़विदेशी पर्यटक भी पूछ रहे हैं 'व्हेयर इज आजमगढ़'
वाराणसी, 26 सितम्बर (आईएएनएस)। दिल्ली बम विस्फोटों के तार पूर्वी उत्तरप्रदेश के आजमगढ़ जिले से जुड़े होने की वजह से पूरे देश की निगाहें आजमगढ़ का इतिहास-भूगोल खंगालने में लग गई है। भारत भ्रमण के लिए वाराणसी आने वाले विदेशी पर्यटक भी आजमगढ़ के बारे में जानने को उत्सुक हैं।
विदेशी पर्यटक साइबर कैफे में इंटरनेट सर्फि ग कर रहे हों, अखबार पढ़ रहे हों या टीवी देख रहे हों, वे आजमगढ़ को नहीं भूलते और पूछ भी लेते हैं 'व्हेयर इज आजमगढ़, एंड हाउ लांग फ्राम वाराणसी?'
आजमगढ़ का नाम दिल्ली बम विस्फोटों से जुड़ने के बाद पूर्वी उत्तरप्रदेश में अफरा-तफरी मची हुई है लेकिन वाराणसी में आजकल विदेशी सैलानियों की बाढ़ आई हुई है। वाराणसी के घाटों पर पर्यटकों की भारी भीड़ बनारस की सुबह का लुत्फ उठाते हुए दिखाई देने लगी हैं।
घाटों का नजारा करने वाले विदेशी पर्यटकों में दिल्ली विस्फोटों का जरा भी खौफ या डर दिखाई नहीं देता। वे आजमगढ़ जिले के बारे में जानकर हैरान होते हैं। स्पेन से वाराणसी घूमने आई यशगा कहती हैं कि आतंकवाद तो पूरी दुनिया के लिए भयंकर समस्या है, लेकिन उन्हें इंटरनेट के माध्यम से आजमगढ़ के बारे में जान कर काफी हैरानी हुई।
गौरतलब है कि वाराणसी में 15 सितम्बर से पूरे मार्च तक का समय पर्यटकों के आगमन के लिए सबसे अच्छा माना जाता है। लेकिन जब दिल्ली में ब्लास्ट हो गया तो पर्यटन व्यवसाय से जुड़े लोग सोचने लगे थे कि हो सकता है कि पर्यटकों पर भी इसका असर दिखाई दे। लेकिन सीजन का आगाज बहुत अच्छा हुआ है।
सरकारी टूरिस्ट गाइड अनिल सिंह बताते हैं कि वाराणसी में पर्यटकों के आने की शुरुआत इसी सीजन से होती है। लेकिन दिल्ली विस्फोट ने हम सभी को डरा दिया था। धमाकों से पर्यटकों के डरने के सवाल पर अनिल सिंह ने कहा कि इस बार विदेशी पर्यटक धमाकों की वजह से डर नहीं रहे हैं बल्कि आजमगढ़ के बारे में ज्यादा तहकीकात कर रहे हैं। क्योंकि वे जानना चाह रहे हैं कि ऐसी कौन सी जगह है जहां से एक साथ इतने आतंकवादी अचानक पकड़े गए हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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