आडवाणी की सोमनाथ रथ यात्रा के 18 साल
भोपाल, 25 सितंबर (आईएएनएस)। देश में कट्टरवादी हिंदू समर्थक की छवि बनाने में सहायक रही सोमनाथ रथ यात्रा को भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी अब तक नहीं भूले हैं। वे 18 साल पहले निकली इस यात्रा के श्रीगणेश के दिन (25 सितंबर को) सोमनाथ मंदिर जाना भी नहीं भूलते। आज भी ऐसा ही हुआ और वे सोमनाथ के मंदिर गए जिसका उन्होंने भोपाल के भाजपा कार्यकर्ता महाकुंभ में जिक्र भी किया।
भोपाल, 25 सितंबर (आईएएनएस)। देश में कट्टरवादी हिंदू समर्थक की छवि बनाने में सहायक रही सोमनाथ रथ यात्रा को भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी अब तक नहीं भूले हैं। वे 18 साल पहले निकली इस यात्रा के श्रीगणेश के दिन (25 सितंबर को) सोमनाथ मंदिर जाना भी नहीं भूलते। आज भी ऐसा ही हुआ और वे सोमनाथ के मंदिर गए जिसका उन्होंने भोपाल के भाजपा कार्यकर्ता महाकुंभ में जिक्र भी किया।
आडवाणी ने 25 सितंबर 1990 को सोमनाथ से अयोध्या के लिए यात्रा शुरू की थी। यह दिन भाजपा के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि पंडित दीन दयाल उपाध्याय का जन्म दिवस है। आडवाणी हर साल 25 सितंबर को सोमनाथ मंदिर में माथा टेकने जाते हैं और पिछले 18 सालों से यह सिलसिला अनवरत चला आ रहा है।
भाजपा के वरिष्ठ नेता आडवाणी आजादी के बाद के तीन लोक सभा चुनावों के साथ तीन यात्राओं को भी अहम मानते हैं। सोमनाथ से अयोध्या की रथ यात्रा, डॉ़ मुरली मनोहर जोशी की कश्मीर की एकता यात्रा और स्वयं की स्वर्णजयंती रथ यात्रा को आडवाणी ने आजाद भारत की महत्वपूर्ण यात्रा करार दिया। इन यात्राओं को उन्होंने देशहित में बताया।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।