बैंकों में दूसरे दिन भी ठप रहा कामकाज (लीड-1)
नई दिल्ली, 25 सितम्बर (आईएएनएस)। सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के आठ लाख से भी ज्यादा कर्मचारियों के राष्ट्रव्यापी हड़ताल पर चले जाने का गुरुवार को भी व्यापक असर हुआ। लगातार दूसरे दिन बैंकों में कामकाज पूरी तरह ठप रहा।
ये कर्मचारी सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों का निजीकरण, विलय और अधिग्रहण संबंधी सरकार की नीतियों का विरोध कर रहे हैं। हालांकि इन्होंने विरोध करने का जो तरीका अपनाया है, उसका सबसे ज्यादा आम आदमी और कारोबारी प्रभावित हुए हैं।
कारोबारियों का कहना है कि बैंक कर्मचारियों की हड़ताल की वजह से कारोबार प्रभावित हो रहा है। 'मालाबार चैंबर आफ कामर्स' के अध्यक्ष पी. जाकिर ने आईएएनएस से कहा, "बैंक कर्मचारियों को दो दिन के हड़ताल पर नहीं जाना चाहिए था। रमजान के इस महीने में इस हड़ताल की वजह से कारोबारियों और आम लोगों को बहुत परेशानी हो रही है।"
अखिल भारतीय बैंक कर्मचारी संघ (एआईबीईए) के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजेन नागर ने कोलकाता में गुरुवार को आईएएनएस से कहा, "हड़ताल सफल रहा और पूरा हो गया।"
कोलकाता स्थित निजी क्षेत्र के एक बैंक के शाखा प्रबंधक ने शिकायत की कि हड़ताल के दौरान दोनों दिन प्रदर्शनकारियों ने कर्मचारियों को शाखाओं में प्रवेश करने से रोका।
इस हड़ताल की वजह से खाड़ी देशों में रहने वाले प्रवासी भारतीयों को केरल पैसे भेजने में परेशानी हुई। बड़ी संख्या में इस राज्य के लोग खाड़ी देशों में रहते हैं। केरल में एक बैंक अधिकारी ने कहा, "इससे यहां के लोगों को काफी परेशानी हो रही है।"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।