उत्तरप्रदेश में बाढ़ ने मचाई तबाही, 250 गांव डूबे
लखनऊ, 24 सितंबर (आईएएनएस)। उत्तरप्रदेश में हुई मूसलाधार बारिश से घाघरा, शारदा और सरयू नदियों के जलस्तर में बढ़ोतरी के कारण बाराबंकी, गोंडा, बहराइच और लखीमपुर खीरी के सैकड़ों गांव बाढ़ की चपेट में हैं। करीब 250 से ज्यादा गांव पानी में डूब गए हैं। अतिसंवेदनशील इलाकों के 20 हजार लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा चुका है।
मुख्यमंत्री मायावती ने लोक निर्माण मंत्री नसीमुद्दीन सिद्दीकी को बुधवार को बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा करके रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं। बाढ़-राहत आयुक्त जी.के. टंडन ने बताया कि प्रभावित जिलों में पीएसी और सेना की मदद ली जा रही है और प्रशासनिक अधिकारियों को राहत कार्य में किसी भी तरह की ढील न बरतने के निर्देश दिए गए हैं।
बाराबंकी में एल्गिन ब्रिज पर घाघरा का जलस्तर 107.55 सेंटीमीटर से ऊपर पहुंच गया है जिससे जिले के 150 से ज्यादा गांव पानी में डूब गए हैं। जिलाधिकारी के. रवींद्र नायर ने बताया कि अतिसंवेदनशील इलाकों के 20,000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा चुका है।
गोंडा जिले में 100 गांव पानी में डूब गए हैं और करीब 200 गांवों पर बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। पड़ोसी जिले बहराइच में भी घाघरा नदी का जलस्तर 2 सेंटीमीटर बढ़ जाने से करीब 100 गांव बाढ़ की चपेट में हैं।
सिंचाई विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक फैजाबाद में सरयू नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 80 सेंटीमीटर ऊपर और लखीमपुर खीरी में शारदा नदी का जलस्तर 100 सेंटीमीटर से ऊपर पहुंच चुका है। गोरखपुर में राप्ती नदी, सीतापुर में सरायन नदी तथा सुल्तानपुर में गोमती नदी खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गई हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।