उड़ीसा बाढ़ : 48 मरे, आडवाणी ने किया हवाई सर्वेक्षण (लीड-1)
भुवनेश्वर, 24 सितम्बर (आईएएनएस)। उड़ीसा में आई भीषण बाढ़ से अब तक 48 लोग मारे जा चुके हैं। स्थिति की गंभीरता का जायजा लेने के लिए लोक सभा में विपक्ष के नेता लालकृष्ण आाडवाणी ने बुधवार को बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया।
भारी वर्षा के कारण महानदी और उसकी सहायक नदियों में आई बाढ़ से अब तक लगभग 40 लाख लोग प्रभावित हुए हैं।
उड़ीसा के राजस्व सचिव जी. वी. वेणुगोपाल शर्मा ने संवादाताओं को बताया, "तटीय जिलों के कुछ इलाकों में स्थिति अब भी गंभीर बनी हुई है।" उन्होंने बताया, "राहत कार्य तेज कर दिया गया है। नौसेना और अर्धसैनिक बल भी अब इसमें शामिल हो गए हैं।"
भोजन और आवास के बिना बाढ़ में घिरे लोगों ने कई दिनों बाद भी राहत समाग्री नहीं मिलने से खिन्न होकर कई स्थानों पर सड़क जाम किया और सरकारी अधिकारियों पर हमले भी किए।
उधर सरकार ने बुधवार को स्वीकार किया कि राहतकर्मी अभी भी बाढ़ में घिरे एक लाख लोगों तक नहीं पहुंच सके हैं।
बाढ़ का पानी कम होने के बावजूद अब भी विभिन्न स्थानों पर लगभग एक लाख लोगों का संपर्क राज्य के शेष हिस्सों से कटा हुआ है।
परेशान लोगों ने राहत वितरण कर्मियों के दलों पर हमले किए। तटीय जिले जगतसिंहपुर के नुआगांव में एक ऐसे ही घटनाक्रम में एक पुलिसकर्मी सहित दोनों पक्षों के कम से कम नौ लोग घायल हुए हैं। उत्तेजित लोगों ने राहत वितरण में अनियमितता की शिकायत करते हुए प्रखंड विकास अधिकारी के कार्यालय पर ताला लगा दिया।
ऐसी ही घटनाएं बाढ़ से सबसे अधिक प्रभावित केंद्रपाड़ा और पुरी जिलों में भी हुईं। इन जिलों में सैकड़ों लोगों ने राहत की मांग करते हुए मंगलवार और बुधवार को सड़कों पर जाम लगा दिया।
सरकार के आरंभिक अनुमान के अनुसार बाढ़ से 24 अरब रुपये का नुकसान हो चुका है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।