बैंकिंग को गरीबों से जोड़ेगें स्मार्ट कार्ड और मशीनें
नई दिल्ली, 24 सितम्बर (आईएएनएस)। प्रौद्योगिकी क्षेत्र में समाधान उपलब्ध कराने वाली कंपनी 'फाइनेंशियल इंफॉर्मेशन नेटवर्क एंड आपरेशंस' लिमिटेड (एफआईएनओ) की माइक्रो डिपॉजिट मशीनें भारत में अगले महीने काम करना शुरू कर देंगी।
नई दिल्ली, 24 सितम्बर (आईएएनएस)। प्रौद्योगिकी क्षेत्र में समाधान उपलब्ध कराने वाली कंपनी 'फाइनेंशियल इंफॉर्मेशन नेटवर्क एंड आपरेशंस' लिमिटेड (एफआईएनओ) की माइक्रो डिपॉजिट मशीनें भारत में अगले महीने काम करना शुरू कर देंगी।
इन मशीनों के सहारे लोग अपना पैसा अब बिना बैंक गए ही जमा कर सकेंगे। माना जा रहा है कि यह सुविधा उन लोगों के लिए मददगार साबित होगी जो बैंक नहीं जा पाते। कंपनी पहले ही बायोमेट्रिक नामक स्मार्ट कार्ड बाजार में उतार चुकी है।
कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी मनीष खेरा ने बताया, "गरीबों को बैंक तक जाकर पैसे जमा करने में परेशानी होती है। ये मशीनें उस समस्या का हल हैं क्योंकि ये उन स्थानों पर उपलब्ध होंगी जहां वे रहते हैं।" उन्होंने बताया कि ये मशीनें एटीएम बनाने वाली अमेरिकी कंपनी एनसीआर कार्प द्वारा बनाई गई हैं।
खेरा ने कहा कि स्मार्ट कार्ड के सहारे लोग एटीएम की तरह दिखने वाली इस मशीन में पैसे जमा कर सकेंगे और उन्हें तत्काल इसकी रसीद भी मिल जाएगी।
वर्ष 2006 में दो करोड़ डॉलर की पूंजी से शुरू हुई इस कंपनी को आईसीआईसीआई बैंक और विश्व बैंक की निजी क्षेत्र की ऋण दाता सहयोगी 'इंटरनेशनल फाइनेंस कार्प' (आईएफसी) द्वारा बढ़ावा दिया जा रहा है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।