कच्चे तेल की उबाल बढ़ सकती है : एसोचैम
नई दिल्ली, 24 सितम्बर (आईएएनएस)। अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में कच्चे तेल की कीमतों में एक बार फिर उछाल आ सकती है। औद्योगिक संगठन 'एसोचैम' का आकलन है कि चालू वित्त वर्ष के अंत तक यह मौजूदा 107 डॉलर प्रति बैरल (159 लीटर) से बढ़कर 115 डॉलर प्रति बैरल के स्तर तक चली जाएगी।
'एसोसिएटेड चैंबर्स आफ कामर्स एंड इंडस्ट्री आफ इंडिया' (एसोचैम) ने बुधवार को एकरिपोर्ट में कहा कि अमेरिकी अर्थव्यवस्था में आई मंदी का असर अब दूसरी अर्थव्यवस्थाओं पर पड़ने लगा है।
एसोचैम के मुताबिक अमेरिकी मंदी का सबसे ज्यादा असर विकासशील देशों पर होगा, क्योंकि इससे ऊर्जा की कीमतें बढ़ेंगी और औद्योगिक गतिविधियां प्रभावित होंगी।
एसोचैम के अध्यक्ष सज्जन जिंदल ने एक बयान में उम्मीद जताई कि निकट भविष्य में बाजार की अस्थिरता बढ़ सकती है और तेल की कीमतें 115-118 डॉलर प्रति बैरल के स्तर पर पहुंच सकती है।
गौरतलब है कि हाल ही में कच्चे तेल की कीमत 147 डॉलर प्रति बैरल के स्तर पर जा पहुंची थी। लेकिन इसके बाद मांग में आई कमी की वजह से अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में कच्चा तेल 100 डालर प्रति बैरल से भी नीचे चला गया था, लेकिन अब इसमें फिर से वृद्धि होने लगी है।
पेट्रोलियम निर्यातक देशों के संगठन 'ओपेक' ने हाल ही में घोषणा की थी कि कच्चे तेल की कीमतों में आ रही लगातार गिरावट को रोकने के लिए उत्पादन में रोजाना पांच लाख बैरल से भी ज्यादा की कटौती की जाएगी। तेल की कीमतों पर इस घोषणा का भी व्यापक असर हो सकता है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।