जामिया के कुलपति के बयान पर तेज हुई सियासत
नई दिल्ली, 24 सितम्बर (आईएएनएस)। पिछले दिनों दिल्ली में हुए सिलसिलेवार बम विस्फोटों के सिलसिले में पकड़े गए जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय के दो छात्रों के बचाव में उतरे विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर मुशीरूल हसन को लेकर राजनीति गरमा गई है।
हसन के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बुधवार को उन्हें बर्खास्त किए जाने की मांग की, वहीं कांग्रेस उनके बचाव में सामने आई है।
भाजपा प्रवक्ता रविशंकर प्रसाद ने पार्टी मुख्यालय में संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा, "जामिया मिलिया के कुलपति ने पकड़े गए आतंकवादियों को कानूनी सहायता देने और इसका पूरा खर्च उठाने के बारे में जो फैसला किया है, वह निंदनीय है।"
इससे पहले लोकसभा में पार्टी के उपनेता विजय कुमार मल्होत्रा ने हसन के बयान को राष्ट्रविरोधी और आपत्तिजनक बताया। उन्होंने कहा कि हसन को तुरंत बर्खास्त किया जाना चाहिए।
कांग्रेस प्रवक्ता शकील अहमद ने कहा, "जामिया मिलिया इस्लामिया की आजादी की लड़ाई में महत्वपूर्ण भूमिका रही है। जामिया ने बंटवारे का भी विरोध किया था। इसलिए जामिया को इस विवाद में घसीटना उचित नहीं है। भाजपा राजनीति कर रही है।"
उल्लेखनीय है कि दिल्ली विस्फोटों के सिलसिले में दिल्ली पुलिस ने जामिया के दो छात्रों को गिरफ्तार किया था।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।