सिंगुर की नैनो फैक्ट्री से उपकरण हटाने लगी टाटा
कोलकाता, 24 सितम्बर (आईएएनएस)। टाटा मोटर्स ने पश्चिम बंगाल में हूगली जिले के सिंगुर स्थित 'नैनो' कार के निर्माणाधीन उत्पादन संयंत्र से महत्वपूर्ण उपकरण हटाना शुरू कर दिया है।
कोलकाता से लगभग 40 किलोमीटर दूर स्थित इस फैक्ट्री से डाई और अन्य महत्वपूर्ण उपकरण ट्रकों में लाद कर दूसरी जगह भेजे जा रहे हैं।
अनुमान लगाया जा रहा है कि नैनो परियोजना के लिए अधिग्रहित जमीन के मामले को लेकर राज्य सरकार और विपक्षी पार्टियों के बीच बातचीत के विफल हो जाने के बाद टाटा ने यह परियोजना पश्चिम बंगाल से बाहर ले जाने का मन बना लिया है।
टाटा मोटर्स के अधिकारियों ने इस मसले पर चुप्पी साध रखी है, हालांकि कोलकाता में मौजूद कंपनी के अधिकारियों का कहना है कि फैसले से राज्य सरकार को अवगत करा दिया गया है।
संयंत्र से उपकरणों को हटाए जाने के बारे में टाटा मोटर्स के एक प्रवक्ता ने कोई टिप्पणी करने से इंकार कर दिया। हालांकि पश्चिम बंगाल सरकार के महत्वपूर्ण मंत्रियों का कहना है कि जमीन विवाद के मसले पर निर्णय लिया जाना फिलहाल बाकी है।
राज्य के उद्योग मंत्री निरूपम सेन ने मंगलवार को कहा, "यह वास्तविकता है कि सिंगुर परियोजना के फिर से शुरू होने की उम्मीद दिन ब दिन धुमिल होती जा रही है। हमने एक पैकेज की पेशकश की है, अब आगे का फैसला टाटा मोटर्स को करना है। हमें बेहतर नतीजे की उम्मीद करनी चाहिए।"
गौरतलब है कि दुनिया की सबसे सस्ती एक लाख रुपये कीमत वाली कार 'नैनो' को बाजार में उतारने के लिए टाटा मोटर्स ने दो वर्ष पहले हूगली जिले के सिंगुर में फैक्ट्री बनाना शुरू किया था। लेकिन इस परियोजना के लिए जमीन के अधिग्रहण को लेकर उठे विवाद के तूल पकड़ने की वजह से इस महीने की दो तारीख से निर्माणाधीन फैक्ट्री में कामकाज ठप पड़ा है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।