बच्चों को पैरासिटामाल की अधिक खुराक से बाद में दमा और एक्जिमा का खतरा
सिडनी, 22 सितम्बर (आईएएनएस)। बच्चों को पैरासिटामॉल की अधिक खुराक देने से छह से सात वर्ष की उम्र में उनको दमा, एक्जिमा और कंजेक्टिवाइटिस का खतरा बढ़ जाता है।
एक सर्वेक्षण के तहत छह से सात वर्ष की उम्र के बच्चों में दमा, एक्जिमा और कंजेक्टिवाइटिस के लक्षणों पर उनके अभिभावकों से की गई पूछताछ से यह परिणाम सामने आया है। इनके बच्चों को उम्र के पहले वर्ष में बुखार रोकने के लिए पैरासिटामाल दिया गया था।
आकलैंड विश्वविद्यालय द्वारा इंटरनेशनल स्टडी आफ अस्थमा एंड एलर्जीज इन चाइल्डहुड कार्यक्रम (आईएसएएसी) के तहत 31 देशों के 73 केंद्रों पर 200,000 बच्चों के अध्ययन का यह तीसरा चरण था।
अध्ययन में यह साफ हुआ है कि जिन बच्चों को उम्र के पहले साल बुखार रोकने के लिए पैरासिटामाल दिया जाता है उनको छह-सात वर्ष की उम्र में दमा का खतरा 46 प्रतिशत अधिक बढ़ जाता है।
इस रिपोर्ट को तैयार करने वालों ने कहा कि इन परिणामों को बच्चों को पैरासिटामाल देने पर रोक लगाने के एक कारण के रूप में नहीं देखना चाहिए। बहरहाल पैरासिटामाल बच्चों में बुखार और दर्द दूर करने की सबसे कारगर दवा है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।