आईसीएल खिलाड़ियों पर से प्रतिबंध हटाने पर श्रीलंकाई खेलमंत्री नाराज
कोलंबो, 22 सितम्बर (आईएएनएस)। भारतीय क्रिकेट लीग (आईसीएल) के साथ करार करने वाले क्रिकेट खिलाड़ियों पर से घरेलू प्रतियोगिताओं में लागू प्रतिबंध हटाने के श्रीलंका क्रिकेट (एसएलसी) की अंतरिम समिति के निर्णय से वहां के खेलमंत्री नाराज हैं।
कोलंबो, 22 सितम्बर (आईएएनएस)। भारतीय क्रिकेट लीग (आईसीएल) के साथ करार करने वाले क्रिकेट खिलाड़ियों पर से घरेलू प्रतियोगिताओं में लागू प्रतिबंध हटाने के श्रीलंका क्रिकेट (एसएलसी) की अंतरिम समिति के निर्णय से वहां के खेलमंत्री नाराज हैं।
सोमवार को प्रकाशित स्थानीय मीडिया रिपोर्टों के अनुसार खेलमंत्री गामिनी लोकुगे ने कहा कि खिलाड़ियों पर से स्थानीय प्रतिबंध हटाने के निर्णय के बारे में उनको अंधेरे में रखा गया और जोर दिया है कि उनके पास एसएलसी की अंतरिम समिति के निर्णय को बदलने का अधिकार है।
कोलंबो से प्रकाशित समाचार पत्र 'डेली मिरर' के अनुसार लोकुगे ने कहा,"मैं नही चाहता कि हमारा बोर्ड भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड और आईसीसी के खिलाफ जाए। मैंने बोर्ड के सदस्यों को (मंगलवार या बुधवार) को बैठक के लिए बुलाया है।"
खेलमंत्री ने कहा, "यह निर्णय बिना मेरी जानकारी के हुआ है और मैं फिर से प्रतिबंध लगाने में सक्षम हूं।"
एसएलसी के एक प्रवक्ता ने आईएएनएस से इसकी पुष्टि की है कि खेलमंत्री ने बोर्ड के सदस्यों को मंगलवार या तो बुधवार को बैठक के लिए बुलाया है।
गौरतलब है कि एसएलसी अध्यक्ष और विश्व कप विजेता श्रीलंका क्रिकेट टीम के कप्तान अर्जुन राणातुंगा के नेतृत्व वाली अंतरिम समिति ने पिछले हफ्ते आईसीएल खिलाड़ियों पर से आतंरिक क्रिकेट खेलने पर लगे प्रतिबंध को हटाने का निर्णय लिया था। उन्होंने इनके श्रीलंका की तरफ से खेलने पर लगे प्रतिबंध को बने रहने दिया।
श्रीलंका क्रिकेट का यह निर्णय ऐसे समय आया है जब बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (बीसीबी) ने आईसीएल से अनुबंध करने वाले खिलाड़ियों पर 10 वर्ष का प्रतिबंध लगाया है।
इससे पहले एसएलसी की जयंथा धर्मदासा के नेतृत्व वाली अंतरिम समिति ने आईसीएल के खिलाड़ियों पर घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय सभी प्रकार की खेल गतिविधियों में शामिल होने पर रोक लगाने का निर्णय दिया था।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।