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मध्यप्रदेश में आर्थिक आपातकाल के हालात : उमा भारती

By Staff
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भोपाल 22 सितम्बर (आईएएनएस) मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा की जा रही नित नई घोषणाओं पर भारतीय जनशक्ति पार्टी की अध्यक्ष उमा भारती ने सवाल खड़े किए हैं और कहा है कि सरकार के पास पैसा नहीं है फिर भी घोषणाओं की बरसात जारी है। इसके चलते प्रदेश में आर्थिक आपातकाल की स्थिति निर्मित हो गई है। उमा भारती ने भोपाल के लाल परेड मैदान पर हुई सुराज संकल्प रैली में प्रदेश की सरकार के साथ ही भाजपा के शीर्षस्थ नेता लालकृष्ण आडवाणी पर भी जमकर हमला बोला।

प्रदेश भर से जुटे अपने समर्थकों के बीच उमा भारती ने भारतीय जनता पार्टी और प्रदेश सरकार की हर मुद्दे पर खिंचाई की। उन्होंने कहा कि प्रदेश पर कर्ज बढ़ता जा रहा है, जिन योजनाओं के लिए कर्ज लिया जा रहा है उसे उन पर खर्च न करके उसकी बंदरबांट की जा रही है। इतना ही नहीं सरकार घोषणाओं पर घोषणा किए जा रही है मगर उसके खजाने में धनराशि ही नहीं है। उन्हें आशंका है कि बढ़ती विसंगतियों के कारण मध्यप्रदेश जल्दी ही आर्थिक तौर पर दिवालिया हो जाएगा।

उन्होंने आगे कहा कि इसी लाल परेड मैदान पर लालकृष्ण आडवाणी ने उन्हें बतौर नेता प्रस्तुत करके पिछला विधानसभा चुनाव लड़ा था। प्रदेश की जनता ने उनका साथ दिया था। ोरिणामस्वरूप प्रदेश में भाजपा सत्ता में आई थी। आज उसी पार्टी और सरकार में ऐसे लोगों ने कमान संभाल रखी है जिनके चेहरे और चरित्र पर सवाल उठ रहे हैं।

आगामी विधानसभा चुनावों में वर्तमान सरकार को उखाड़ फेंकने और कांग्रेस को सत्ता से दूर रखने का आह्वान करते हुए उन्होंने लोगों से प्रदेश की कमान उनके हाथ में सौपने का आह्वान किया। उमा भारती ने आरोप पत्र जारी करते हुए कहा कि शायद राजनीति में यह पहला मौका होगा जब किसी नेता को अपने द्वारा बनाई गई सरकार को ही कटघरे में खड़ा करना पड़ रहा है। इसके लिए वे सीधे तौर पर आडवाणी को जिम्मेदार मानती हैं।

उमा भारती ने प्रदेश में व्याप्त भ्रष्टाचार का जिक्र करते हुए कहा कि आज हालत यह है कि हर तरफ सत्ता के दलालों का बोलबाला है। हिन्दुत्व और राम की बात करने वाली भाजपा जब सत्ता में बाहर रहती है तो उसे इनकी याद आती है और जब सत्ता पर काबिज हो जाती है तो इन्हें वह भूल जाती है। उन्होंने कांग्रेस की नीतियों की भी जमकर आलोचना की। कांग्रेस को जहां उन्होंने बंटाढार करने वाला दल बताया वहीं भाजपा को ढपोल शंख की संज्ञा दे डाली। सपा से बढ़ती नजदीकियों को उन्होंने स्वीकारा और कहा कि वे भाजपा और कांग्रेस को प्रदेश की सत्ता से दूर रखने में कोई कसर नहीं छोडें़गी।

लाल परेड मैदान पर आमसभा से पहले काली मंदिर से रैली शुरू हुई जिसमें बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया। यह रैली लाल परेड मैदान पहुंचकर आम सभा में तब्दील हो गई।

इंडो-एशियन न्यूज सर्विस

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