संदिग्ध आतंकवादियों को प्रवचनों के सहारे उकसाता था शकील
नई दिल्ली, 21 सितम्बर (आईएएनएस)। दिल्ली पुलिस ने रविवार को कहा कि दिल्ली विस्फोट के सिलसिले में गिरफ्तार तीन संदिग्ध आतंकवादियों में से एक मोहम्मद शकील उस 13 सदस्यीय दस्ते को धार्मिक प्रवचनों के माध्यम से उकसाने का काम करता था जिन्हें दिल्ली, अहमदाबाद और जयपुर में हुए धमाकों का जिम्मेदार माना जा रहा है।
बुलंदशहर का रहने वाला 24 वर्षीय शकील रविवार को गिरफ्तार तीन संदिग्ध आतंकवादियों में शामिल है।
दक्षिणी दिल्ली के पुलिस उपायुक्त एच.जी.एस. धालीवाल ने रविवार को कहा, "शकील उस 14 सदस्यीय दस्ते को धार्मिक प्रवचन देने का काम करता था। वह इतना विश्वसनीय था कि मास्टरमाइंड आतिफ अपनी योजनाओं के बारे में उससे चर्चा करता था।"
पुलिस के मुताबिक वह जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय में एम.ए. अर्थशास्त्र के अंतिम वर्ष का विद्यार्थी था।
पुलिस का कहना है कि इन्हीं 13 लोगों ने पिछले वर्ष उत्तरप्रदेश और इस वर्ष जयपुर, अहमदाबाद और नई दिल्ली में विस्फोटों को अंजाम दिया था।
धालीवाल ने बताया कि उसके पास से ढेर सारी किताबें जिसमें कुरबानी का जिक्र है, बरामद हुआ है। इसके अलावा उसके पास से 'बेचारा और बेबस भारत' शीर्षक वाली इंडिया टुडे (हिंदी) बरामद हुई है।
पुलिस ने बताया कि वे प्राय: विस्फोटों के बाद इस बात की चर्चा करते थे कि किसका बम फटा और किसका नहीं। शकील ने अहमदाबाद में एक साइकिल बम रखने की बात भी स्वीकारी है।
इससे पहले पुलिस ने जामिया नगर के मुठभेड़ स्थल से आतिफ का लैपटाप भी जब्त किया है जिसमें ओसामा बिन लादेन की तस्वीरें हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।