खंडवा में कुपोषण से अब तक 52 बच्चों की मौत
खंडवा, 21 सितंबर (आईएएनएस)। मध्यप्रदेश के खंडवा जिले के खालवा विकास खंड में कुपोषण से जारी बच्चों की मौत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। प्रदेश सरकार और खंडवा जिला प्रशासन की तमाम कोशिशों के बावजूद शनिवार की शाम को हुई रोहित की मौत के साथ मरने वाले बच्चों की संख्या 52 हो गई है।
पिछले चार माह से मध्यप्रदेश के सतना, खंडवा, श्योपुर और शिवपुरी के ग्रामीण इलाकों में कुपोषित बच्चों की संख्या में लगातार इजाफा होता जा रहा है। कुपोषण के चलते इन चार जिलों में 150 से अधिक बच्चे काल के गाल में समा चुके हैं। इस मामले पर प्रदेश की उच्च न्यायालय जबलपुर ने भी प्रदेश सरकार को तलब किया है।
स्पंदन समाज सेवा संस्था के सीमा प्रकाश ने बताया है कि कुपोषित बच्चों का खंडवा के जिला चिकित्सालय में गंभीर हालत में पहुंचने का सिलसिला जारी है। मारबेडी के मोहन के जुड़वा बेटे रोहित और बेटी सोनम को गंभीर हालत में जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया था जहां रोहित ने शनिवार की रात को दम तोड़ दिया। इतना ही नहीं गंभीर हालत होने के बावजूद सोनम को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। सीमा प्रकाश का दावा है कि रोहित की मौत के साथ मरने वाले बच्चों की संख्या 52 हो गई है।
खंडवा के कलेक्टर एस़ बी़ सिंह ने आईएएनएस से बातचीत में स्वीकार किया कि जिले में कई बच्चे कुपोषण से पीड़ित हैं, उनका उपचार चल रहा है और मरने वाले बच्चों की संख्या आधा सैकड़ा को पार कर चुकी है। मरने वाले बच्चों का पोस्टमार्टम न कराए जाने के सवाल पर उनका कहना है कि मृतक के परिजन ही ऐसा नहीं चाहते हैं। लिहाजा पोस्टमार्टम के लिए उन्हें बाध्य नहीं किया जा सकता है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।