सिमी का खजांची भोपाल में गिरतार
भोपाल 20 सितम्बर (आईएएनएस) मध्यप्रदेश में हाल ही में गठित आतंकवाद विरोधी दस्ते को शुक्रवार देर रात उस समय एक बडी कामयाबी मिली, जब उसने प्रतिबंधित संगठन स्टूडेन्ट इस्लामिक मूवमेन्ट ऑफ इंडिया (सिमी) के खजांची (कोषाध्यक्ष) मोहम्मद अली को मिसरौद थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया।
भोपाल 20 सितम्बर (आईएएनएस) मध्यप्रदेश में हाल ही में गठित आतंकवाद विरोधी दस्ते को शुक्रवार देर रात उस समय एक बडी कामयाबी मिली, जब उसने प्रतिबंधित संगठन स्टूडेन्ट इस्लामिक मूवमेन्ट ऑफ इंडिया (सिमी) के खजांची (कोषाध्यक्ष) मोहम्मद अली को मिसरौद थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया।
अली एक दशक से सिमी के लिए कार्य कर रहा था और उसपर 15 हजार रुपये का इनाम था। भोपाल के पुलिस महानिरीक्षक शैलेन्द्र श्रीवास्तव और आतंकवाद विरोधी दस्ते के प्रमुख पवन श्रीवास्तव ने संयुक्त रूप से संवाददाताओं से चर्चा के दौरान अली की गिरफ्तारी की पुष्टि की। दोनों पुलिस अधिकारियों ने बताया कि सिमी से जुड़े लोगों की लंबे अरसे से तलाश जारी है। उसी के तहत चल रही कोशिशों का ही नतीजा रहा कि अली पुलिस के हाथ लग गया।
जानकारी के मुताबिक अली सिमी के लिए धन जुटाने का काम करता था और वह जबलपुर का रहने वाला है। पुलिस उसकी जबलपुर में अर्से से तलाश कर रही है मगर वह जबलपुर कम ही जाता था। उसका मुख्य ठिकाना नरसिंहपुर था। अली को पकड़ने के लिए आतंकवाद विरोधी दस्ते ने ऑपरेशन जिम्मा चलाया और उसे गिरफ्तार कर लिया। वह अपने नाम बदलकर काम किया करता था। उसके खिलाफ धार के पीथमपुर और जबलपुर में पांच प्रकरण दर्ज हैं।
पुलिस अधिकारियों के मुताबिक अली के खिलाफ पहला प्रकरण 2001 में दर्ज किया गया था। उसके बाद अली के खिलाफ चार और मामले दर्ज हुए। पुलिस ने गिरफ्तारी के वक्त अली के पास से आपत्तिजनक दस्तावेज, सिमी के सदस्यता आवेदन भी बरामद किए हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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