राजकीय सम्मान के साथ जांबाज अधिकारी का अंतिम संस्कार (लीड-1)
नई दिल्ली, 20 सितम्बर (आईएएनएस)। बीते शुक्रवार को राजधानी के जामियानगर इलाके में हुई मुठभेड़ में शहीद हुए दिल्ली पुलिस के जांबाज पुलिस अधिकारी इंस्पेक्टर मोहन चंद शर्मा को शनिवार शाम हजारों नम आंखों ने राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी।
दिवंगत शर्मा के पार्थिव शरीर को करीब 3.40 बजे निगम बोध घाट पर लाया गया था, जहां उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए भारी संख्या में लोग मौजूद थे। यहां शोक धुन बजाए जाने और 'गार्ड ऑफ आनर' देने के बाद शव को 'पवित्र संगम सरोवर' में स्नान कराया गया।
निगम बोध घाट का माहौल उस समय गमगीन हो गया जब दिवंगत शर्मा के शव को उनके चचेरे भाई हीरावल्लभ ने मुखाग्नि दी। घाट पर खड़े सैकड़ों लोगों ने अपनी नम आंखों से उन्हें आखिरी विदाई दी। इस दौरान लोग 'एम. के. शर्मा अमर रहे' के नारे लगाते रहे।
दिवंगत शर्मा को श्रद्धांजलि देने के लिए केंद्रीय गृह मंत्री शिवराज पाटिल, केंद्रीय गृह राज्य मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल, पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी, दिल्ली के उप राज्यपाल तेजेंद्र खन्ना, मुख्यमंत्री शीला दीक्षित, दिल्ली पुलिस आयुक्त वाई. एस. डडवाल समेत दिल्ली पुलिस के सभी आला अधिकारी वहां मौजूद थे।
इस मौके पर शर्मा के पिता नरोत्तम शर्मा ने आईएएनएस से कहा, " मेरा बेटा एक जांबाज सिपाही था और अंतिम समय तक अपना कर्तव्य निभाता रहा। हम लोगों को मोहन पर गर्व है।" उन्होंने बताया कि उनका बेटा बचपन से ही पुलिस में जाना चाहता था।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।