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दिल्ली बम विस्फोट : पुलिस का बड़ी कामयाबी मिलने का दावा (लीड-2)

By Staff
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नई दिल्ली, 20 सितम्बर (आईएएनएस)। राजधानी में सिलसिलेवार बम विस्फोटों के एक हफ्ते बाद दिल्ली पुलिस ने इस संबंध में बड़ी कामयाबी मिलने का दावा किया है। पुलिस ने शुक्रवार रात धमाकों के सिलसिले में एक संदिग्ध आरोपी को गिरफ्तार किया।

दक्षिण दिल्ली के जामियानगर इलाके में शुक्रवार को आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में दो आतंकवादी मारे गए थे और सैफ नाम के एक संदिग्ध को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। पुलिस ने शनिवार को जानकारी दी कि सैफ ने स्वीकार किया है कि दिल्ली, अहमदाबाद और जयपुर बम धमाकों में इंडियन मुजाहिदिन का हाथ था।

दूसरी ओर पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर झंडेवालान इलाके से शुक्रवार रात जीशान नाम के एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया। दिल्ली पुलिस की विशेष शाखा के उपायुक्त आलोक कुमार ने कहा, "गुप्त सूचना मिलने के बाद जीशान को झंडेवालान से गिरफ्तार किया गया।"

पुलिस अब मुठभेड़ के दौरान फरार दो अन्य आतंकवादियों शहजाद और जुनैद को गिरफ्तार करने में जुटी है। सैफ ने बताया कि शहजाद ने इंडिया गेट के पास बम रखा था जबकि जुनैद ने आतिफ के साथ ग्रेटर कैलाश-1 की एम ब्लॉक मार्केट में बम रखा था।

पुलिस का कहना है कि वह धमाकों के 10-12 और आरोपियों की तलाश कर रही है। जीशान के बारे में पुलिस का कहना है कि जामियानगर में शुक्रवार की मुठभेड़ में मारे गए साजिद के साथ उसका संबंध था। पुलिस का कहना है कि कनाट प्लेस में इसी ने बम रखा था।

जामियानगर इलाके में मुठभेड़ में जहां इंडियन मुजाहिदिन के दो आतंकवादी मारे गए, वहीं दो अन्य फरार होने में कामयाब रहे। पुलिस ने मुठभेड़ के बाद सैफ नाम के एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया।

पुलिस के अनुसार मुठभेड़ में मारे गए मोहम्मद आतिफ ऊर्फ बशीर के बारे में सैफ ने बताया कि बशीर इंडियन मुजाहिदीन के आतंकवादी घटनाओं का मास्टरमाइंड था।

दिल्ली बम विस्फोटों की बशीर ने ही साजिश रची थी। पुलिस के अनुसार 26 जुलाई को अहमदाबाद और 13 मई को जयपुर धमाकों में भी बशीर की भूमिका थी। सैफ ने बताया कि बम बनाने और उन्हें अलग-अलग स्थलों पर रखने का काम बशीर का था।

सैफ जामिया मिलिया इस्लामिया में कंप्यूटर विज्ञान की पढ़ाई कर रहा था। पुलिस ने दावा किया कि सैफ ने स्वीकार किया है कि बम विस्फोटों के लिए 10-12 व्यक्तियों की एक टीम ने विभिन्न इलाकों में बम रखे थे। पुलिस का दावा है कि सैफ ने स्वीकार किया है कि उसने रीगल सिनेमा में बम रखा था।

जामियानगर इलाके के बटला हाउस इलाके के मकान नंबर एल-18 में मुठभेड़ के बाद पुलिस ने 12 बैग और कई मोबाइल फोन भी बरामद किए। पुलिस मोबाइल फोन के कॉल रिकार्ड की जांच कर रही है, ताकि फरार लोगों के बारे में सुराग मिल सके।

पुलिस का दावा है कि मुठभेड़ में मारे गए आतिफ ऊर्फ बशीर ने ही ग्रेटर कैलाश-1 में बम रखा था। पुलिस के अनुसार गफ्फार मार्केट में एक नए व्यक्ति ने बम रखा था, जिसे सैफ नहीं पहचानता।

इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।

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