उड़ीसा में बाढ़ की हालत गंभीर, हजारों बेघर
भुवनेश्वर, 20 सितम्बर (आईएएनएस)। उड़ीसा में बाढ़ के पानी के सैकड़ों गांवों में प्रवेश कर जाने के कारण हजारों बेघर हो गए हैं।
बाढ़ के कारण सात लोगों की मौत हुई है और करीब दस लाख लोग इससे प्रभावित हुए हैं। अधिकारियों के अनुसार पानी के अन्य इलाकों में दाखिल होने के कारण स्थिति और खराब हो गई है।
राज्य के पश्चिमी और तटीय जिलों में महानदी और उसकी सहायक नदियां कई स्थानों पर खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। तटबंधों के टूटने के कारण भारी तबाही हुई है। एक अधिकारी के अनुसार राज्य के 30 में से 15 जिले बाढ़ से प्रभावित हैं।
राज्य बाढ़ नियंत्रण केंद्र में विशेष ड्यूटी पर तैनात एक अधिकारी ने आईएएनएस को बताया, "यहां प्राप्त सूचना के अनुसार तटीय केंद्रपाड़ा जिले में पांच-छह स्थानों पर तटबंध टूट जाने के कारण 26 हजार से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया है।"
लेकिन अन्य अधिकरियों का कहना है कि बेघर हुए लोगों की संख्या अभी साफ नहीं है और यह 50 हजार से ऊपर भी हो सकती है।
बाढ़ प्रभावित इलाके में शिविर लगाए एक सामाजिक कार्यकर्ता रंजन मोहंती ने आईएएनएस को बताया कि कुछ लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है लेकिन अधिकांश लोग खुद ही सुरक्षित स्थानों पर अपने रिश्तेदारों के यहां चले गए हैं।
दो दिनों से बारिश नहीं हुई है लेकिन गुरुवार और शुक्रवार को हीराकुंड बांध से छोड़े गए पानी के कारण राज्य के निचले इलाकों में अभी भी पानी भरा हुआ है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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