भारत के साथ संबंधों में बदलाव की जरूरत : जरदारी (लीड-1)
इस्लामाबाद, 20 सितम्बर (आईएएनएस)। पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने भारत के साथ संबंधों में बदलाव के साथ-साथ नए युग की शुरुआत की जरूरत पर बल दिया है। उन्होंने कहा है कि जम्मू कश्मीर समेत अन्य सभी मसलों को हल करने के लिए आगे बढ़ने की जरूरत है।
राष्ट्रपति बनने के बाद पहली बार पाकिस्तानी संसद को संबोधित करते हुए जरदारी ने यह बात कही। अपने संबोधन के दौरान उन्होंने एकतरफ भारत-पाक संबंधों को बेहतर बनाने पर जोर दिया तो वहीं दूसरी तरफ उन्होंने जम्मू कश्मीर का मुद्दा भी उठाया।
उन्होंने कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच कश्मीर सबसे अहम मसला है और इसका हल बेहद जरूरी है। उन्होंने सरकार और सभी राजनीतिक दलों से अपील की है कि वे इस बात पर चर्चा करें कि भारत के साथ किस तरह से संबंधों में सुधार लाया जा सकता है।
जरदारी ने कहा, "कश्मीर की जनता ने हाल ही अपने मौलिक अधिकारों को लेकर जो प्रदर्शन किया, उसके प्रति हम अपनी प्रतिबद्धता जताते हैं। हम जम्मू कश्मीर समेत सभी विवादास्पद मुद्दों के समाधान के प्रयास जारी रखेंगे ताकि दोनों देशों के संबंध शांतिपूर्ण और सामान्य बने।"
उन्होंने कहा, "कश्मीर में विश्वास बहाली की दिशा में हम एक नई शुरुआत करेंगे। सीमापार से हम व्यापार को बढ़ावा देंगे। साथ ही हम वीजा देने की प्रकिया को आसान और लचीला बनाए जाने का प्रस्ताव भारत के समक्ष रखेंगे।"
उन्होंने कहा कि भारत के साथ शांति बहाली की दिशा में हम समग्र बातचीत की प्रकिया को आगे बढ़ाएंगे। उन्होंने कहा, "लोकतंत्र सरकार को बाध्य करता है कि पाकिस्तान के लोगों को शांति और न्याय मिले। साथ ही भारत से दोस्ताना संबंध भी कायम रहे।"
जरदारी ने कहा, "हम पाकिस्तानी संसद से अपील करेंगे कि कश्मीर और सिंधु नदी के पानी को लेकर लंबे समय से चले आ रहे गतिरोध को समाप्त करने के दिए एक समिति बनाई जाए जिसमें सभी दलों के प्रतिनिधि शामिल हों।"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।