अन्य बोर्ड भी आईसीएल से जुड़े क्रिकेटरों को खेलने दें : अटापट्टू
कोलंबो, 20 सितम्बर (आईएएनएस)। श्रीलंका क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान मर्वन अटापट्टू ने कहा है कि क्रिकेट श्रीलंका (एसएलसी) की तरह दूसरे देशों को भी इंडियन क्रिकेट लीग (आईसीएल) से जुड़े अपने क्रिकेटरों को खेलने की छूट दे देनी चाहिए।
आईसीएल में दिल्ली जाएंट्स टीम के लिए खेलने वाले अटापट्टू को भरोसा है कि आने वाले दिनों में आईसीएल से जुड़े खिलाड़ियों के लिए रास्ता इतना साफ हो जाएगा कि वे अपने देश के लिए खेलने के साथ-साथ स्वेच्छा से आईसीएल और इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में से किसी एक का चयन कर सकेंगे।
'क्रिकइंफो' से बातचीत के दौरान अटापट्टू ने कहा, "एसएलसी का यह फैसला उन सभी देशों के लिए एक उदाहरण है, जिन्होंने आईसीएल खेलने वाले खिलाड़ियों पर प्रतिबंध लगा रखा है। क्रिकेट पर कोई एक व्यक्ति राज नहीं कर सकता। आने वाले दिनों में आईसीएल खिलाड़ियों के लिए मौके ही मौके होंगे।"
आईसीएल की विश्व एकादश टीम में शामिल अटापट्टू उन पांच खिलाड़ियों में शामिल हैं, जिन्हें एसएलसी ने घरेलू क्रिकेट में खेलने छूट दे दी। अटापट्टू के अलावा रसेल अर्नाल्ड, उपुल चंदना, अविष्का गुणावर्धने और समन जयंथा को पूर्व कप्तान अर्जुन रणातुंगा की अध्यक्षता वाली एसएलसी की अंतरिम समिति ने घरेलू स्तर पर खेलने की छूट दी है।
अटापट्टू ने कहा कि एक साल से जारी प्रतिबंध खत्म होने के बाद अब वे राष्ट्रीय टीम में वापसी के बारे में भी सोच सकते हैं। उन्होंने कहा, "मुझे वापसी करने में कोई दिक्कत नहीं, लेकिन इसके लिए पहल बोर्ड को करनी होगी।"
अटापट्टू मानते हैं कि रणातुंगा की देखरेख में एसएलसी की अंतरिम समिति ने ऐसे कई क्रांतिकारी फैसले लिए हैं, जिनसे श्रीलंकाई क्रिकेट का भला हुआ है। उन्होंने कहा, "एक क्रिकेटर होने के नाते रणातुंगा अच्छे प्रशासक साबित हो रहे हैं। हमेशा से कहा जाता रहा है क्रिकेट बोर्ड का अध्यक्ष किसी क्रिकेटर को बनाना चाहिए क्योंकि वही क्रिकेटरों के हित के बारे में सोच सकता है।"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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