बढ़ती हिंसा पर उड़ीसा-कर्नाटक को चेताया
यहां बता दें कि उड़ीसा में लंबे समय से ईसाई समुदाय के खिलाफ हिंसा जारी है। वहां पर कई गिरिजाघरों को भी जलाया गया है। इसके बाद हिंसा की यह आग कर्नाटक राज्य के कई इलाकों में भी फैल गई।
केंद्र का मानना है कि ईसाई समुदाय के खिलाफ हो रही इस हिंसा को रोकने में दोनों ही राज्यों की सरकारें नाकाम रही हैं। इस सिलसिले में केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से एक चेतावनी जारी की गई है, जिसमें कर्नाटक और उड़ीसा सरकारों को चेतावनी देते हुआ यह कहा गया है कि वे राज्यों में अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा रोके।
भारत सरकार के गृह मंत्रालय से जारी सूचना के तहत कर्नाटक और उड़ीसा में ईसाई समुदाय के खिलाफ हिंसा और गिरिजाघरों को जलाने की घटना सामने आने के बाद ही मंत्रालय ने संविधान की धारा 355 के तहत चेतावनी जारी की है।
गौरतलब
है
कि
पिछले
महीने
कंधमाल
में
विहिप
नेता
और
अन्य
चार
लोगों
की
हत्या
के
बाद
सांप्रदायिक
दंगे
हुए
थे।
इसे
देखते
हुए
अभी
भी
स्थिति
गंभीर
मानी
जा
रही
है।
उड़ीसा
में
हुई
हिंसा
के
बाद
10
हज़ार
से
भी
ज़्यादा
ईसाई
शरणार्थी
शिविरों
में
रह
रहे
हैं.
इस
महीने
की
शुरुआत
में
यहाँ
जारी
हिंसा
में
मरने
वालों
की
संख्या
20
से
ऊपर
पहुंच
गई
गई
थी.