जबलपुर में ईसाई समाज सड़क पर उतरा, कई संदिग्ध हिरासत में
जबलपुर, 19 सितम्बर (आईएएनएस)। मध्यप्रदेश के जबलपुर में गुरुवार रात सेंट पीटर और पॉल गिरिजाघर में आग लगाए जाने से नाराज ईसाई शुक्रवार को सड़कों पर उतर आए। राज्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अग्निकांड की मजिस्ट्रेट जांच कराने का भरोसा दिया है। घटना के बाबत पुलिस ने कुछ संदिग्धों को हिरासत में लिया है।
शहर के डेढ़ सौ साल पुराने गिरिजाघर में गुरुवार शाम दो शरारती तत्वों ने आग लगा दी थी। जबलपुर के अतिरिक्त जिलाधिकारी ओ़ पी़ श्रीवास्तव ने आईएएनएस को बताया, "पुलिस दो अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर दोनों की तलाश कर रही है।"
इस घटना के विरोध में ईसाई समाज ने शुक्रवार को अपने शिक्षण संस्थान बंद रखे और प्रार्थना सभा करने के बाद विरोध प्रदर्शन किया।
प्रदर्शन के दौरान कई स्थानों पर हल्की झड़पें हुईं और पथराव भी किए गए। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को नियंत्रित करने के लिए लाठियां भांजी, जिससे कुछ प्रदर्शनकारियों को हल्की चोटें आई हैं।
इस बीच मुख्यमंत्री की 'जन आशीर्वाद यात्रा' भी जबलपुर पहुंची। जिसका प्रदर्शनकारियों ने घेराव करना चाहा। बाद में प्रदर्शनकारियों का प्रतिनिधिमंडल विशप जिराल्ड अलमेरा के नेतृत्व में मुख्यमंत्री से मिला। मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने घटना की मजिस्ट्रेट जांच कराने की बात कही है।
उधर ईसाई समाज ने तय किया है कि शनिवार को प्रार्थना सभाएं की जाएंगी और रविवार को शांति मार्च निकाला जाएगा। विशप अलमेरा ने आईएएनएस को बताया, "आगामी दो दिनों तक हम लोग पुलिस और प्रशासन की कार्रवाई का इंतजार करेंगे, उसके बाद ही आगामी रणनीति तय की जाएगी।"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।