महात्मा गांधी के घर पर थी जल संचयन की सुविधा
नई दिल्ली, 19 सितम्बर (आईएएनएस)। जल संकट से बचने के लिए पर्यावरणविदों और सरकार की ओर से चलाए जा रहे अभियान से काफी पहले राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के गुजरात के पोरबंदर स्थित पैतृक घर में जल संचयन की सुविधा मौजूद थी।
गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को नई दिल्ली में कहा, "गांधी जी दूरदर्शी थे। काफी समय पहले पोरबंदर स्थित उनके घर में यह (जल संचयन) सुविधा थी।"
मोदी ने कहा, "उनका घर देखने जाने वाले सभी लोगों को आंगन में मौजूद यह सुविधा जरूर देखनी चाहिए। वहां जमीन के अंदर वर्षा का जल संचित करने की सुविधा है। इस घर में ऐसे तरीके अपनाए गए थे, जिससे वर्षा का जल सीधे टैंक में जाकर गिरे।"
मोदी ने कहा कि गांधीजी का परिवार पूरे साल इस पानी का उपयोग करता था।
मोदी नई दिल्ली में 'दी एनर्जी एंड रिसोर्स इंस्टिट्यूट' (टेरी) की ओर से जलवायु परिवर्तन विषय पर गुजरात के नौकरशाहों के लिए आयोजित एक कार्यशाला का उद्घाटन करने आए थे।
इस मौके पर उन्होंने कहा, "कच्छ के कुछ घरों में जल संचयन की सुविधा उपलब्ध है। टेरी से मेरा निवेदन है कि गांधीजी के जल संचयन का संदेश का उपयोग वह लोगों को जागरूक बनाने के लिए करें।"
मोदी ने कहा कि उनकी सरकार शीघ्र ही सभी भवन निर्माताओं को नया भवन बनाने से पहले जल संचयन की सुविधा सुनिश्चित कराने के लिए कहेगी।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।