इफ्तार में स्वास्थ्य को लेकर जागरूक हैं मुस्लिम युवा
नई दिल्ली, 19 सितम्बर (आईएएनएस)। रमजान के दौरान इफ्तार में लजीज व्यंजनों के बदले युवा वर्ग सलाद और फलों के जूस को ज्यादा महत्व दे रहा है।
नई दिल्ली, 19 सितम्बर (आईएएनएस)। रमजान के दौरान इफ्तार में लजीज व्यंजनों के बदले युवा वर्ग सलाद और फलों के जूस को ज्यादा महत्व दे रहा है।
दिल्ली विश्वविद्यालय की छात्रा साइमा खान ने आईएएनएस को बताया, "रमजान में मैं रोजा रखती हूं। मैं परिवार के अन्य सदस्यों की तरह इफ्तार में तेल से बने मसालेदार व्यंजन नहीं खाती।" साइमा की तरह ऐसे कई युवा हैं जो इफ्तार के दौरान स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान दे रहे हैं।
कोरमा, कबाब के बदले युवा वर्ग सेंडवीच, बर्गर और फलों को प्राथमिकता दे रहे हैं। राजधानी के एक कॉल सेंटर में काम करने वाले साजिद मोहम्मद ने कहा कि तड़के और शाम को वे हल्का भोजन लेते हैं।
साजिद ने कहा, "काम का दबाव अधिक रहने के कारण स्वास्थ्य पर ध्यान रखना सबसे अधिक जरूरी है। मेरे अधिकतर दोस्त भी इफ्तार में हल्का भोजन ही लेते हैं।"
ओखला स्थित मक्का मस्जिद के इमाम मौलाना अब्दुल बासित ने कहा कि पारंपरिक तरीके से घर में बनाया गया भोजन सबसे अच्छा माना जाता है। उन्होंने कहा कि इफ्तार में घर का ही भोजन खाना चाहिए।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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