बिलासपुरः मेयर की मौत में डाक्टर बंदी
डा.अय्यर के खिलाफ धारा 304 ए 468 और 201 के तहत अपराध दर्ज हैं। बता दें कि बिलासपुर के महापौर अशोक पिंगले की बीते कुछ दिनों पहले अस्पताल में मौत हो गई थी उन्हे हार्ट अटैक की शिकायत के बाद भर्ती कराया गया था। उनकी दो एंजियोप्लास्टी कराई गई थी और वार्ड में रखा गया था। लेकिन एंजियोप्लास्टी के बाद उनकी बैचेनी बढ़ने लगी और वे कोमा में चले गए।
मदद के लिए बुलाए जाने के बावजुद डा.अय्यर वहां नहीं पहुंचे । महापौर की मौत के बाद महापौर के समर्थक भाजपाईयों के अलावा अन्य राजनीतिक दलों के लोगों ने अपोलो पर गंभीर आरोप तो लगाए ही अपोलो में जबरदस्त तोड़फोड़ भी की । मामले में अपोलो की जांच टीम ने लापरवाही पाई और डा.अय्यर को बर्खास्त कर दिया।
प्रशासन के जांच दल ने रिपोर्ट में यह पाया कि, महापौर की मौत रात आठ से नौ के बीच हो गई थी लेकिन अपोलो प्रबंधन ने वेंटीलेंटर में रखने का बहाना करते हुए सुबह तीन बजे उन्हे मृत घोषित किया। बीजेपी समर्थित महापौर अशोक पिंगले बिलासपुर के लोकप्रिय नेता थे।
इस मसले पर गिरफतार किए गए डा जयराम ने खुद को निर्दोष बताते हुए अपोलो प्रबंधन पर खुद को बलि का बकरा बनाए जाने की बात कही है। न्यायपालिका पर भरोसा जताते हुए अय्यर कहा कि उन्हें इंसाफ मिलेगा।
वहीं प्रदेश के बहुचर्चित इस मामले पर जांच कर रही पुलिस टीम ने संकेत दिए है कि अभी और भी गिरफ्तारियां संभव है।