पश्चिम बंगाल के तीन जिलों में बाढ़ से 60 हजार लोग प्रभावित
कोलकाता, 18 सितम्बर (आईएएनएस)। बंगाल की खाड़ी में उठे तीव्र ज्वारभाटा की वजह से आई बाढ़ से पश्चिम बंगाल के तीन जिलों के 60,000 से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं और 10,000 से ज्यादा घर बाढ़ में बह गए हैं।
ये प्रभावित जिले हैं, पूर्वी मिदनापुर, दक्षिण 24 परगना और उत्तरी 24 परगना।
राज्य के वित्त मंत्री अशीम दासगुप्ता ने राज्य सचिवालय राइटर्स बिल्डिंग में गुरुवार दोपहर संवाददाताओं से कहा, "बुधवार सुबह बंगाल की खाड़ी में दबाव के कारण बड़े स्तर पर ज्वार उमड़ने के कारण ऐसा हुआ। इससे समुद्र के निकटवर्ती तीन जिलों के 30 से ज्यादा गांव और 15 से ज्यादा शहर बाढ़ की चपेट में आ गए। इससे 60,000 से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं और 10,000 से ज्यादा घर समुद्र के पानी के साथ बह गए हैं।"
चर्चित समुद्री शहरों जैसे, दीघा, मोनडारमोनी, पूर्वी मिदनापुर जिले के शंकरपुर और काकद्वीप और दक्षिण 24 परगना के सुंदरवन इससे बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए हैं।
सूत्रों के अनुसार बुधवार शाम इन इलाकों में आए ज्वार तरंगों की ऊंचाई 10 से 20 फुट तक मापी गई। कुछ होटलों के ग्राउंट फ्लोर भी समुद्र के पानी से भर गए।
सूत्रों के अनुसार समुद्र के किनारे बसे 40 दुकानें और 100 मछली मारने के नाव भी इस बाढ़ में बह गए। सभी मछुआरों को खतरे से आगाह कर दिया गया है। पर्यटकों को भी समुद्र के निकट जाने से मना कर दिया गया है।
इन तीनों जिलों में बाढ़ पीड़ितों के लिए लगभग 30 राहत शिविर लगाए गए हैं।
दासगुप्ता कहते हैं, "बाढ़ पीड़ितों के राहत के लिए हमने दो करोड़ रुपये और बांध के पुनर्निमाण के लिए 10 करोड़ रुपये दे दिए हैं। जरूरत के मुताबिक यह राशि बढ़ा दी जाएगी।"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।