जीवन की लौ बुझी, पर आसमां में टिमटिमाएंगे पॉल और जे
लंदन, 18 सितम्बर (आईएएनएस)। पॉल और जे सामान्य बच्चों की ही तरह नटखट और जिजीविषा से भरे थे, लेकिन एक दिन उनके पिता ने उनकी हत्या कर दी। उनकी जिंदगी की लौ तो बुझ गई लेकिन एक अंजान महिला उनकी दास्तान से इतना द्रवित हुई कि उसने दो तारों का नामकरण उनके नाम पर कर दिया।
आठ बरस के पॉल और छह वर्षीय टिम की उनके भारतीय पिता अशोक कल्याणजी ने करीब चार महीने पहले ग्लासगो में हत्या कर दी और बाद में खुदकुशी की नाकाम कोशिश की। अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद उनके पिता के खिलाफ हत्या का मुकदमा चलाया गया है।
बच्चों की मां जिस्सेल रॉस के एक स्कॉटिश अखबार को दिए साक्षात्कार से एक गुमनाम महिला इतनी द्रवित हुई, कि उसने दो तारों का नाम पॉल और जे के नाम पर पंजीकृत कराया है।
कैन्स मेजर तारामंडल के दो सबसे चमकदार तारों को पॉल और जे का नाम दिया गया है। उस गुमनाम महिला द्वारा उठाए गए कदम से प्रभावित रॉस ने समाचार पत्र को बताया, "अब जब कभी भी मैं आसमान की ओर देखूांगी तो मुझे लगेगा कि मेरे बच्चे मुझे देख रहे हैं। जब मेरी मां जीन का निधन हुआ था, तो मैंने पॉल को बताया था कि नानी मां तारा बन गई हैं।"
रॉस बताती हैं, "वह हर रात नानी मां के लिए 'ट्विंकल-ट्विंकल लिटिल स्टार' गाया करता था। जे हमेशा तारे की ओर संकेत करके कहता था कि वह आसमान में अपनी नानी मां के पास जा रहा है। मुझे यकीन नहीं होता कि यह बात सच हो गई।"
रॉस का कहना है कि उसके दोनों बच्चों की मौत के साथ ही उसकी पूरी दुनिया ही लुट गई।
उस गुमनाम महिला का कहना है कि उसने तारों का नामकरण पॉल और जे के नाम पर इसलिए किया क्योंकि वह रॉस को बताना चाहती थी कि लोग उसके बारे में सोचते हैं।
स्थानीय मीडिया का कहना है कि जिस समय अशोक ने अपने बच्चों की हत्या की वह अवसाद से पीड़ित था।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।