अहमदाबाद धमाकों का मास्टरमाइंड दिल्ली लाया गया
दिल्ली पुलिस को संदेह है कि राजधानी में हुए धमाकों के बारे में बशर के पास कई महत्वपूर्ण जानकारियां हैं। दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि गुरुवार को विशेष सेल और गुजरात पुलिस की एक टीम बशर को पूछताछ के लिए दिल्ली लाई है।
पुलिस
अधिकारी
ने
कहा
कि
इस
बात
का
शक
है
कि
धमकी
भरे
ई-मेल
भेजने
के
कथित
आरोपी
अब्दुल
सुभान
कुरैशी
ऊर्फ
तौकीर
से
बशर
का
नजदीकी
संबंध
है।
गौरतलब
है
कि
बशर
को
अहमदाबाद
में
26
जुलाई
को
हुए
धमाकों
के
सिलसिले
में
उत्तरप्रदेश
के
आजमगढ़
जिले
से
गिरफ्तार
किया
गया
था।
पुलिस अधिकारी के अनुसार बशर के पास स्टूडेंट्स इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया (सिमी) से जुड़ी कई जानकारियां हैं। पुलिस अधिकारी ने कहा, "बशर ने गुजरात पुलिस को बताया था कि इंडियन मुजाहिद्दीन का अगला निशाना दिल्ली है।" बशर ने ही पुलिस को तौकीर के बारे में जानकारी दी थी। उसने सिमी नेता कयामुद्दीन के बारे में भी पुलिस को बताया था।
दिल्ली पुलिस को संदेह है कि सिलसिलेवार धमाकों से पहले तौकीर, कयामुद्दीन और उसके तीन सहयोगी आलमजेब अफरीदी, मुजीब शेख और अब्दुल रज्जाक मंसूरी दिल्ली में ही थे।
इस मामले से जुड़े अन्य संदिग्धों के इलाहाबाद के मऊ आइमा इलाके में छुपे होने की इंटेलीजेंस ब्यूरो(आईबी)द्वारा आशंका जताए जाने के बाद वहां भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। पुलिस अधिकारी इलाके में गश्त कर रहे हैं।
सूत्रों के मुताबिक आईबी ने इलाहाबाद पुलिस को आगाह किया कि दिल्ली धमाकों के संदिग्ध मऊ आइमा में छुपे हैं। हालांकि पुलिस अधिकारियों ने इस पर कुछ भी कहने से इनकार कर दिया है।
इलाहाबाद के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) लालजी शुक्ल ने बताया कि मऊ आइमा जिले का संवेदनशील क्षेत्र है। वहां की ज्यादातर आबादी बुनकरों की है,उनमें सैकड़ों परिवार पटाखे बनाने का काम करते हैं।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक मऊ आइमा में विस्फोटक बनाने के सामान की आसानी से उपलब्धता और स्थानीय लोगों के इस कारोबार से जुड़े होने से आईबी की आशंका को बल मिलता है।
बताया
जा
रहा
है
कि
बुधवार
को
इलाहाबाद
के
एसपी
गंगापार
वी.के.मिश्र
और
स्थानीय
अभिसूचना
इकाई
(एलआईयू)
के
अधिकारियों
की
बैठक
हुई।
एसएसपी
इलाहाबाद
ने
बताया
कि
मऊ
आइमा
में
2
कंपनी
पीएसी
तैनात
की
गई
है
और
एसपी
गंगापार
वहां
गश्त
कर
रहे
हैं।
अधिकारी
ने
कहा
कि
पुलिस
बल
की
तैनाती
रमजान
में
शरारती
तत्वों
द्वारा
सांप्रदायिक
सौहार्द
बिगाड़ने
की
आशंका
के
मद्देनजर
की
गई
है।