जम्मू और कश्मीर में बढ़ी दूरियों से व्यापार प्रभावित
जम्मू, 18 सितम्बर (आईएएनएस)। श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड (एसएएसबी) भूमि विवाद की वजह से पहले जम्मू और कश्मीर में राजनीतिक अलगाव उत्पन्न हुआ और अब इसके कारण दोनों क्षेत्रों के व्यापारियों के बीच भी दूरियां पैदा हो रही हैं।
जम्मू, 18 सितम्बर (आईएएनएस)। श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड (एसएएसबी) भूमि विवाद की वजह से पहले जम्मू और कश्मीर में राजनीतिक अलगाव उत्पन्न हुआ और अब इसके कारण दोनों क्षेत्रों के व्यापारियों के बीच भी दूरियां पैदा हो रही हैं।
मुस्लिम बहुल कश्मीर के व्यापारियों का कहना है कि उन्होंने हिंदू बहुल जम्मू से अपने व्यावसायिक संबंध तोड़ लिए हैं।
कश्मीर चैंबर्स आफ कामर्स एंड इंडस्ट्री (केसीसीआई) ने अमरनाथ भूिम विवाद आंदोलन के दौरान घाटी की आर्थिक नाकेबंदी के कारण पिछले सप्ताह जम्मू स्थित व्यापारिक समुदाय से अपने संबंध तोड़ने की आधिकारिक घोषणा कर दी।
केसीसीआई अध्यक्ष मोबीन शाह ने आईएएनएस से कहा,"घाटी के लोग जम्मू के साथ कोई व्यापार नहीं करना चाहते, ऐसे में हम लोगों की इच्छा की कैसे अवज्ञा कर सकते हैं।"
शाह ने कहा कि जम्मू द्वारा कश्मीर घाटी की आर्थिक नाकेबंदी करने से घाटी के लोग नाराज हैं।
उन्होंने कहा कि घाटी के व्यापारी आतंकवाद फैलने के पहले भारत के कई हिस्सों की निर्माता कंपनियों के साथ सीधे व्यापार करते थे। शाह ने कहा कि 1990 से पहले की स्थिति को क्यों नहीं बहाल किया जा सकता है?
अब हुर्रियत कांफ्रेंस की समन्वय समिति में शामिल केसीसीआई ने भारत की कई कंपनियों से अपनी क्लियरिंग और फारवर्डिग (सी एंड एफ) एजेंसियों को कश्मीर में नियुक्त करने को कहा है।
शाह ने कहा कि वे जम्मू के सी एंड एफ एजेंटों से अब कुछ नहीं खरीदना चाहते हैं।
उधर जम्मू के व्यापारियों का कहना है कि दोनों क्षेत्रों के बीच व्यापारिक संबंध तोड़ना व्यावहारिक नहीं है, क्योंकि दोनों क्षेत्र एक दूसरे पर निर्भर हैं।
जम्मू चैंबर्स आफ कामर्स एंड इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष राम शाही ने कहा,"यह महज एक राजनीतिक नारा है। दोनों क्षेत्रों के बीच व्यापार जारी है।"
बहरहाल उन्होंने यह स्वीकार किया कि दवाओं के दो ट्रकों को पिछले सप्ताह घाटी से जम्मू वापस भेज दिया गया है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।