गंगा के लिए निकलने वाली रैली को सभी धर्मो का समर्थन
वाराणसी, 18 सितम्बर (आईएएनएस)। अविरल गंगा और निर्मल गंगा के लिए 18 सितम्बर को राजेन्द्र प्रसाद घाट से निकलने वाले शांति मार्च का विश्व हिन्दू परिषद ने समर्थन करने का फैसला किया है। बाबा रामदेव के गंगा रक्षा संकल्प का मुस्लिम बिरादरी और ईसाई समुदाय ने भी समर्थन किया है।
वाराणसी, 18 सितम्बर (आईएएनएस)। अविरल गंगा और निर्मल गंगा के लिए 18 सितम्बर को राजेन्द्र प्रसाद घाट से निकलने वाले शांति मार्च का विश्व हिन्दू परिषद ने समर्थन करने का फैसला किया है। बाबा रामदेव के गंगा रक्षा संकल्प का मुस्लिम बिरादरी और ईसाई समुदाय ने भी समर्थन किया है।
विश्व हिन्दू परिषद के महानगर अध्यक्ष डा. अनिल तिवारी ने कार्यकर्ताओं का आह्वान करते हुए कहा कि बाबा रामदेव ने गंगा रक्षा का जो संकल्प लिया है, उसमें पूरा हिन्दू समाज उसके साथ खड़ा है। डा. तिवारी ने कहा कि गंगा को आज राष्ट्रीय नदी घोषित करना समय की मांग बन चुकी है। टिहरी से गंगा का पानी छोड़ने, कल कारखानों का गंदा पानी गंगा में न मिलने एवं गंगा के तट को स्वच्छ रखने के लिये बाबा रामदेव ने जिस गंगा रक्षा मंच की स्थापना की है उसका समर्थन पूरे भारत के लोग कर रहे हैं।
इधर रैली को सफल बनाने के लिए वाराणसी में हिन्दू, मुस्लिम, सिख, ईसाई सभी धमोर्ं के लोगों ने अपने-अपने समर्थकों को उसमें शामिल होने के लिए प्रेरित किया। सामाजिक कार्यकर्ता तथा व्यापार मंडल से जुड़े अजीत बग्गा ने कहा कि गंगा भारत की जीवन रेखा है और इसकी रक्षा करना हम सबका धर्म है।
शमीम अंसारी ने कहा कि गंगा आंदोलन से विश्व हिन्दू परिषद के जुड़ने से इस आन्दोलन से एक बड़ा वर्ग अलग हो सकता है लेकिन चूंकि इसकी अगुवाई बाबा रामदेव कर रहे हैं और सवाल गंगा की रक्षा का है इसलिए पूरी मुस्लिम बिरादरी इसके समर्थन में उतरेगी। ईसाई समुदाय तो पहले से ही इसका समर्थन कर चुका है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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