जल प्रबंधन पर भारत-नेपाल के बीच नई शुरुआत
नेपाल के जल संसाधन मंत्री विष्णु प्रसाद पौडेल और केन्द्रीय जल संसाधन मंत्री प्रो. सैफुद्दीन सोज के बीच आज यहां करीब 90 मिनट तक हुई बातचीत के दौरान दोनों देशों के बीच जल प्रबंधन के लिये त्रिस्तरीय संयुक्त प्रणाली बनाने पर सहमति बनी है।
जल संसाधन मंत्रालय के प्रवक्ता ने यहां कहा कि बातचीत के दौरान दोनों देशों के मंत्रीस्तरीय संयुक्त नदी आयोग (जेआरसी), जल संसाधनों के मामले में सचिव स्तरीय संयुक्त समिति और परियोजनाओं के अनुसार परियोजना स्तर पर तकनीकी समिति गठित की जायेगी।
बैठक में सप्तकोशी उच्चबांध परियोजना के आधारभूत काम को तेजी से पूरा कर उसकी विस्तृत रिपोर्ट जल्द से पूरी करने पर सहमति हुई है। नेपाल के जल संसाधन मंत्री पौडेल ने आश्वासन दिया है कि उनकी सरकार आधारभूत कार्य में कार्यरत कर्मचारियों की सुरक्षा समेत सभी प्रकार के आवश्यक सहयोग प्रदान करेगी ताकि कम से कम समय में इस कार्य को पूरा किया जा सके।
भारत और नेपाल के जल संसाधन मंत्रियों के बीच बैठक में पंचेश्वर बहुद्देशीय परियोजना पर भी विचार विमर्श किया गया। नेपाल के जल संसाधन मंत्री ने अनुरोध किया कि इस परियोजना पर पहले ही देरी हो चुकी है और अब इसे वर्ष 1996 की महाकाली संधि की भावना के अनुसार तेजी से पूरा किया जाना चाहिए।
प्रो. सोज ने नेपाल के प्रधानमंत्री प्रचंड और उनके प्रतिनिधि मंडल की भारत यात्रा को महत्वपूर्ण बताया और कहा कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के साथ विचार-विमर्श सफल रहा है और दोनो देशों के बीच आपसी सहयोग विशेषकर जल प्रबंधन के क्षेत्र में एक नए युग की शुरआत हुई है।
भारत
की
ओर
से
प्रो.
सोज
ने
नेपाल
को
आश्वासन
दिया
कि
दोनो
देशों
के
बीच
जल
प्रबंधन
की
विभिन्न
समस्याओं
के
समाधान
में
पूरा
सहयोग
करेंगे
जो
दोनो
देशों
की
जनता
के
लिए
लाभदायक
होगा।