प्रदर्शन देशहित में नहीं, विकास होता है बाधित : प्रधानमंत्री
नई दिल्ली, 17 सितम्बर (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह बंद, धरने व प्रदर्शनों से बेहद खफा हैं। उनका कहना है कि ऐसे आयोजन देशहित में नहीं होते। इनसे विकास बाधित होता है।
राजधानी में राज्यपालों के एक सम्मेलन को संबोधित कहते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, "विभिन्न मुद्दों पर निरतंर होने वाले आयोजित बंद, धरने व प्रदर्शन बेहद चिंता के विषय हैं। ऐसे आयोजनों से सार्वजनिक संपत्तियों, पुलिस चौकियों और सरकारी संस्थाओं को नुकसान पहुंचता है।"
उन्होंने कहा, "मैं इन सबसे बेहद दुखी और चिंतित हूं क्योंकि यह राष्ट्रहित में नहीं है। इससे विकास के काम बाधित होते हैं। जब देश में उपनिवेशवाद था तो सार्वजनिक संपत्तियां उपनिवेशवादी शक्तियों का हिस्सा थीं। लेकिन आज यह करदाताओं की संपत्ति है। यह उन्हीं लोगों की संपत्ति है जो दलीय हितों के मद्देनजर इन्हें नुकसान पहुंचाने का काम करते हैं।"
प्रधानमंत्री ने कहा कि यह गंभीर चिंता का विषय है। राष्ट्रीय स्तर पर इसके बारे में आत्म मंथन करने की जरूरत है। ऐसे समय में जब विश्व हमें एक उभरती ताकत के रूप में देख रहा है, राज्यों को इतना असहाय होने नहीं दिया जाएगा कि वे सार्वजनिक संपत्तियों की भी रक्षा न कर सके।
उन्होंने कहा, "ऐसे मुद्दों पर गंभीर चिंतन व मंथन के लिए अगले महीने हमने राष्ट्रीय एकता परिषद की बैठक बुलाई है। मुझे पूरी उम्मीद है कि इन मुद्दों पर चर्चा के बाद हम सर्वसम्मति से कोई राय बना सकेंगे।"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।