आरुषि हत्यकांड: 4 महीने बाद भी गुत्थी अनसुलझी
नई दिल्ली, 16 सितम्बर (आईएएनएस)। नोएडा के बहुचर्चित आरुषि-हेमराज हत्याकांड की गुत्थी चार महीने बाद भी नहीं सुलझ सकी है।
पिछले चार महीनों के दौरान इस मामले में खूब उतार-चढ़ाव देखने को मिले लेकिन नतीजा सिफर रहा। इस हत्याकांड में जिन लोगों को नोएडा पुलिस और केंद्रीय जांच ब्यूरो(सीबीआई) ने आरोपी बनाया आज वे सभी जमानत पर रिहा हो चुके हैं।
सीबीआई इस मामले में अभी भी एक अदद सुराग की तलाश में है। वह सुराग मुहैया कराने वाले को एक लाख रुपये का ईनाम देने की भी घोषणा कर चुकी है।
अब उसकी उम्मीदें नेपाल पर टिकी हैं। उसे लगता है कि नेपाल से इस हत्याकांड में इस्तेमाल हथियार और मोबाइल फोन बरामद हो सकता है।
सीबीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी का कहना है जांच में सहयोग के लिए नेपाल एक पत्र भेजा गया है और उसके जवाब का इंतजार है।
उल्लेखनीय है कि नोएडा के जलवायु विहार में 16 मई 2008 को 14 वर्षीय आरुषि और उसके नौकर हेमराज की हत्या कर दी गई थी।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।