सामाजिक विषयों पर फिल्में बनाती हैं वीणा सुब्रह्मण्यम
नई दिल्ली, 16 सितम्बर (आईएएनएस)। विज्ञापन के क्षेत्र में उज्जवल भविष्य बनाने के बजाय वाणी सुब्रह्मण्यम ने सामाजिक विषयों पर फिल्में बनाने का निश्चय किया है। उनकी फिल्म 'इट्स ए बॉय' भी लिंग, यौन और प्रजनन अधिकारों पर आधारित है।
नई दिल्ली, 16 सितम्बर (आईएएनएस)। विज्ञापन के क्षेत्र में उज्जवल भविष्य बनाने के बजाय वाणी सुब्रह्मण्यम ने सामाजिक विषयों पर फिल्में बनाने का निश्चय किया है। उनकी फिल्म 'इट्स ए बॉय' भी लिंग, यौन और प्रजनन अधिकारों पर आधारित है।
वाणी ने आईएएनएस को साक्षात्कार के दौरान कहा, "मैं लिंग निर्धारण पर फिल्में बनाना चाहती हूं, लेकिन सीधे तौर पर लोगों को मैं बेटियों का चुनाव करने के लिए नहीं कह सकती थी। ऐसी भाषणबाजी करना मेरे लिए कठिन है। लोगों का ध्यान मैं इस ओर दिलाना चाहती हूं कि आखिर ऐसी परिस्थिति हमारे सामने क्यों आई?"
पिछले हफ्ते राजधानी में आयोजित 'पब्लिक सर्विस ब्रॉडकास्टिंग ट्रस्ट' (पीएसबीटी) के अंतर्राष्ट्रीय फिल्म समारोह के दौरान अपनी फिल्म 'इट्स ए बॉय' के विषय में बताती हुई वाणी ने कहा कि यह फिल्म तीन अन्य फिल्मों का हिस्सा है, जिसे उन्होंने अलग-अलग कड़ियों के रूप में प्रस्तुत करने की कोशिश की है। तीनों ही फिल्में लिंग, यौन और प्रजनन अधिकारों पर आधारित हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।