दिल्ली विस्फोट के अहम सुराग मिले
यही नहीं मुंबई पुलिस भी इन धमाकों की छानबीन में जुटी हुई है। मुम्बई पुलिस ने अबतक 15 संदिग्ध लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की है। ये वो लोग हैं, जिनके अहमदाबाद विस्फोट में लिप्त होने की आशंका व्यक्त की गई थी।
दिल्ली पुलिस के प्रवक्ता राजन भगत के मुताबिक विभाग ने कई अहम सुराग जुटा लिये हैं। उनका दावा है कि जांच बिलकुल सही दिशा में चल रही है। उन्होंने उम्मीद जताई है कि जल्द ही इस मामले की गुत्थी सुलझा ली जाएगी।
दिल्ली पुलिस की विशेष सेल विस्फोट स्थलों से फोरेंसिक साक्ष्यों की मदद से गुत्थी सुलझाने में जुटी हुई है। इस संबंध में पुलिस सबकुछ गोपनीय रखना चाहती है।
पुलिस ने शनिवार और रविवार की रात राजधानी के कई इलाकों में दबिश डालकर आठ लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया। हिरासत में लिए गए लोगों से दिल्ली पुलिस की विशेष सेल और खुफिया ब्यूरो पूछताछ कर रही है।
पुलिस अधिकारियों के मुताबिक फिलहाल इन धमाकों पर सिमी पर शक गहराता जा रहा है। इसी बिला पर पुलिस का एक दल गुजरात भी जा सकता है और वहां सिमी कार्यकर्ता अबू बशीर से पूछताछ की जा सकती है। बशीर को अहमदाबाद धमाकों का मास्टरमाइंड माना जा रहा है।
प्रतिबंधित संगठन सिमी का नाम पुलिस खुले तौर पर इसलिए नहीं ले रही है, क्योंकि अभी तक दिल्ली धमाकों की जिम्मेदारी आतंकवादी संगठन इंडियन मुजाहिदीन ने ली है। इसी संगठन ने अहमदाबाद धमाकों की जिम्मेदारी भी ली थी। इसके अलावा पुलिस चश्मदीदों की मदद से हमलावरों का स्केच तैयार करने में जुटी है।
कूड़ा
बीनने
वाले
एक
बच्चे
के
मुताबिक
उसने
काले
बैग
में
एक
व्यक्ति
को
बम
रखते
देखा
था।
पुलिस
ने
कूड़ा
बीनने
वालों
को
50,000
रुपये
देने
की
घोषणा
की
है।
इन्हीं
की
मदद
से
जांच
अधिकारियों
ने
इंडिया
गेट
और
रीगल
सिनेमा
हाल
के
पास
जिंदा
बम
को
खोज
कर
निष्क्रिय
किया
जा
सका
था।
चेंबूर
की
एक
फैक्टरी
से
भेजे
गए
इंडियन
मुजाहिदीन
के
ईमेल
की
जांच
साइबर
क्राइम
सेल
और
पुलिस
के
अधिकारी
कर
रहे
हैं।