नहीं घटेंगी पेट्रोल, डीजल की कीमत
पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री मुरली देवडा ने आज यहां कहा कि जून महीने में जब पेट्रोल, डीजल के दाम बढाये गये थे तेल कंपनियों की अंडर रिकवरी 2450 अरब रुपये तक पहुंच चुकी थी।
अब जबकि अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम घट रहे हैं और भारतीय खरीद मूल्य 100 डालर से नीचे उतरकर 95.79 डालर प्रति बैरल पर आ गया है. तेल कंपनियों को कुछ राहत मिली है।
बावजूद इसके यदि साल के बाकी हिस्से में दाम इसी स्तर पर भी बने रहते हैं तब भी तेल कंपनियों को 162254 करोड़ रुपये का नुकसान होगा। बिहार के लिए तेल कंपनियों की तरफ से बाढ़ राहत सामग्री से भरे ट्रकों को रवाना करने के बाद संवाददाताओं के साथ बातचीत में उन्होंने कहा "कच्चे तेल के दाम नीचे आना निश्चित ही राहत भरी बात है लेकिन इनकी चाल के बारे में अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी"।
उन्होंने कहा कि डालर के मुकाबले रुपये के कमजोर पड़ने से घटते दाम का असर जितना पड़ना चाहिये था उतना नहीं हो रहा है। डालर के मुकाबले रुपया घटकर पिछले करीब डेढ़ साल के न्यूनतम स्तर 45 रुपये प्रति डॉलर तक गिर चुका है।
इससे
तेल
कंपनियों
को
रुपये
में
अधिक
भुगतान
करना
पड़
रहा
है।