पेलोसी के समर्थन से परमाणु समझौते को शीघ्र मंजूरी के आसार बढ़े
वाशिंगटन, 12 सितम्बर (आईएएनएस)। अमेरिकी कांग्रेस के प्रभावशाली सदस्यों के भारत-अमेरिका असैनिक परमाणु समझौते को समर्थन देने से प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के 25 सितम्बर को वाशिंगटन दौरे पर पहुंचने के पहले ही समझौते को कांग्रेस में मंजूरी मिलने की संभावनाएं बढ़ गई है।
वाशिंगटन, 12 सितम्बर (आईएएनएस)। अमेरिकी कांग्रेस के प्रभावशाली सदस्यों के भारत-अमेरिका असैनिक परमाणु समझौते को समर्थन देने से प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के 25 सितम्बर को वाशिंगटन दौरे पर पहुंचने के पहले ही समझौते को कांग्रेस में मंजूरी मिलने की संभावनाएं बढ़ गई है।
सीनेट में बहुमत दल के नेता हैरी रीड के बाद अब प्रतिनिधि सभा की डेमोक्रेट अध्यक्ष नैंसी पेलोसी ने भी गुरुवार को समझौते को मंजूरी दिए जाने के बारे में संकेत दिए हैं।
पेलोसी का समर्थन राष्ट्रपति जार्ज बुश के प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को अमेरिका आने के निमंत्रण की घोषणा के तुरंत बाद आया है।
पेलोसी ने संवाददाताओं से कहा,"मुझे उम्मीद है कि हम इसे कर सकते हैं।"
कांग्रेस के लिए किसी समझौते को पारित करने के लिए 30 दिनों की अनिवार्य समय सीमा में छूट का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा,"मैं नहीं चाहती हूं कि इसे अन्य देशों को परमाणु क्लब में शामिल करने के लिए एक उदाहरण माना जाए।"
पेलोसी ने कहा कि नाभिकीय हथियारों का फैलाव रोकना अमेरिकी सुरक्षा का महत्वपूर्ण आधार स्तंभ है।
सीनेट में बहुमत दल के नेता हैरी रीड पहले ही समझौते की स्वीकृति के बारे में संकेत दे चुके हैं। डेमोक्रेटिक पार्टी के उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार और सीनेट की विदेश संबंध समिति के अध्यक्ष जॉय बिडेन ने गुरुवार को कहा कि वे अगले हफ्ते तक संभवत: समझौते की समीक्षा कर सकते हैं।
डेमोक्रेटिक पार्टी के बहुमत वाली सीनेट और प्रतिनिधि सभा के महत्वपूर्ण सदस्यों का समर्थन समझौते को इसी सत्र में पारित कराने के लिए बहुत आवश्यक है।
बहरहाल अब केवल प्रतिनिधि सभा की विदेश मामलों की समिति के अध्यक्ष हावर्ड बेरमैन ने इस पर अपनी कुछ आपत्तियां कायम रखी हैं।
गौरतलब है कि कांग्रेस का मौजूदा सत्र चार नवंबर को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव के लिए सदस्यों को प्रचार अभियान में शामिल होने के कारण 26 सितम्बर को स्थगित होने वाला है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।