कश्मीर हिंसा में 2 मरे, यासीन मलिक समेत 40 घायल (राउंडअप)
श्रीनगर, 12 सितम्बर (आईएएनएस)। कश्मीर घाटी में शुक्रवार की नमाज के बाद विरोध प्रदर्शन के दौरान भड़की हिंसा में दो लोगों की मौत हो गई और जम्मू व कश्मीर लिबरेशन फ्रंट के चेयरमैन यासीन मलिक सहित 40 लोग घायल हो गए। घायलों में कई सुरक्षाकर्मी भी शामिल हैं।
प्रशासन ने हिंसा को देखते हुए शोपियां शहर में कर्फ्यू लागू कर दिया है। उधर बारामूला में भी पुलिस को एहतियात बरतने को कहा गया है।
यहां 56 किलोमीटर दूर शोपियां शहर में भड़की हिंसा को देखते हुए पुलिस को भीड़ को तितर-बितर करने के लिए हवाई फायर करनी पड़ी।
एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि शोपियां में मस्जिद में नमाज अदा करने के बाद निकले लोग पुलिस पर पत्थरबाजी करने लगे। इसके बाद पुलिस ने लाठी चार्ज किया और भीड़ को तितर-बितर करने के लिए हवाई फायरिंग करनी पड़ी।
हुर्रियत कांफ्रेंस के दोनों धड़ों ने शुक्रवार की नमाज के बाद शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन और उसके बाद पूर्ण बंद का आह्वान किया था। नमाज के बाद मलिक श्रीनगर के लाल चौक पर करीब चार हजार समर्थकों के साथ धरना प्रदर्शन पर बैठे गए। प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने लाठी चार्ज किया, जिसमें अलगाववादी नेता घायल हो गए।
फ्रंट के एक कार्यकर्ता ने आईएएनएस को बताया कि मलिक बेहोश हो गए और उन्हें तुरंत एसएमएचएस अस्पताल में भर्ती करवाया गया। अस्पताल के डाक्टरों ने कहा कि मलिक की स्थिति खतरे से बाहर है लेकिन उनके एक पैर में चोट है।
उधर, दक्षिणी कश्मीर के शोपियां शहर में भीड़ पर पुलिस द्वारा की गई गोलीबारी में कम से कम एक व्यक्ति की मौत हो गई जबकि करीब एक दर्जन लोग घायल हो गए। पुलिस के मुताबिक शहर में अनिश्चितकालीन कर्फ्यू लगा दिया गया है। पुलिस ने बताया कि श्रीनगर से करीब 56 किलोमीटर दूर शोपियां शहर की एक स्थानीय मस्जिद में नमाज अदा करने के बाद भीड़ हिंसक हो गई।
एक पुलिस अधिकारी ने यहां बताया कि घटना में एक व्यक्ति की मौत हो गई जबकि 12 अन्य घायल हो गए। घायलों में से सात को श्रीनगर के एक अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।
शोपियां से मिली जानकारी के मुताबिक वहां की स्थिति बेहद तनावपूर्ण है और कर्फ्यू को प्रभावी बनाने में सुरक्षा बलों को विरोध का सामना करना पड़ रहा है। भीड़ ने शहर के जिलाधिकारी कार्यालय में तोड़फोड़ की और आग लगा दी।
इस बीच श्रीनगर के जामिया मस्जिद में एक बड़ी भीड़ को संबोधित करते हुए हुर्रियत के उदारवादी धड़े के चेयरमैन मीरवाइज उमर फारूक ने लोगों से आने वाले विधानसभा चुनाव का बहिष्कार करने का आह्वान किया।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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