पूरी तरह नहीं छटे 'नैनो' पर काले बादल
वो ऐसे कि पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री बुद्धदेब भट्टाचार्य और तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी के बीच चल रही वार्ता विफल हो गई है। शुक्रवार को ममता बनर्जी वार्ता के बीच से उठकर चली गईं।
ममता बनर्जी ने वार्ता के बारे में बताया कि किसान परियोजना क्षेत्र से 400 एकड़ जमीन वापस चाहते हैं जिसे किसानों से जबरन लिया गया है। उन्होंने कहा कि सरकार महज 70 एकड़ जमीन ही वापस करने को तैयार हुई है। जिस वजह से एक बार फिर से विवाद उपज गया है।
ममता बनर्जी का कहना है कि राज्यपाल की उपस्थिति में हुए समझौते में परियोजना क्षेत्र से अधिक से अधिक भूमि लौटाने की बात कही गई थी, लेकिन अब सरकार अपनी बात से मुकर रही है। सरकार 70 एकड़ से अधिक भूमि देने को मना कर रही है।
ममता
बनर्जी
ने
साफ
कह
दिया
है
कि
अगर
सरकार
70
एकड़
से
अधिक
जमीन
की
पहचान
नहीं
कर
पा
रही
है
तो
यह
उसकी
समस्या
है।
समिति
में
शामिल
हमारे
सदस्यों
ने
400
एकड़
जमीन
की
पहचान
की
है।
ममता
बनर्जी
ने
कहा
कि
वो
सिंगुर
में
कृषि,
मोटर
संयंत्र
और
सहायक
उद्योग
सभी
चाहते
हैं।
समिति के सदस्य और सिंगुर से तृणमूल कांग्रेस विधायक रबींद्रनाथ भट्टाचार्य ने बताया कि सरकार ने कुछ प्रस्ताव पेश किए हैं, जिसे हम ममता बनर्जी तक पहुंचाएंगे। उसके बाद ही कोई फैसला हो सकेगा। हालांकि उन्होंने मीडिया को प्रस्ताव के बारे में कुछ भी बताने से इंकार कर दिया है।
इससे
पहले
समिति
ने
गुरुवार
को
दूसरे
दौर
की
चर्चा
की
थी
जिसे
किसान
प्रतिनिधियों
ने
सौहार्दपूर्ण
बताया
था।