शालीन रहकर भी आक्रामक हुआ जा सकता है : जयवर्धने
दुबई, 11 सितम्बर (आईएएनएस)। श्रीलंका की क्रिकेट टीम के कप्तान माहेला जयवर्धने का मानना है कि क्रिकेट में शालीन रहकर भी आक्रामक हुआ जा सकता है।
दुबई, 11 सितम्बर (आईएएनएस)। श्रीलंका की क्रिकेट टीम के कप्तान माहेला जयवर्धने का मानना है कि क्रिकेट में शालीन रहकर भी आक्रामक हुआ जा सकता है।
अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने बुधवार को दुबई में आयोजित एक समारोह के दौरान श्रीलंका की टीम को इस वर्ष के 'खेल भावना पुरस्कार' से नवाजा। यह दूसरा मौका है, जब श्रीलंकाई टीम यह सम्मान मिला है।
बतौर कप्तान अपनी टीम की ओर से पुरस्कार ग्रहण करने के बाद जयवर्धने ने कहा, "क्रिकेट मैदान में आक्रामक होने के लिए फूहड़ता का सहारा लेना जरूरी नहीं। शालीन रहकर भी विपक्षी टीमों पर दबाव बनाया जा सकता है।"
जयवर्धने के मुताबिक कप्तान को देखकर टीम के सदस्य काफी कुछ सीखते हैं। उन्होंने कहा, "टीम को नियंत्रित रखने का काम कप्तान का होता है, लिहाजा व्यवहार को लेकर वह अपने साथियों के लिए उदाहरण बन सकता है। मैदान में सबकुछ खेल भावना के दायरे में हो, यह सुनिश्चित करना कप्तान का काम होता है।"
श्रीलंकाई कप्तान मानते हैं कि देश का प्रतिनिधित्व करते समय आक्रमक और भावुक होना जरूरी हो जाता है। बकौल जयवर्धने, "जीतने के लिए आक्रमकता और भावुकता जरूरी होती है, लेकिन इसके लिए यह जरूरी नहीं कि हम शालीनता की सीमा लांघें।"
जयवर्धने ने कहा कि 'खेल भावना पुरस्कार' उन्हें नहीं बल्कि पूरी टीम को मिला है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।