तीन साल बाद दुर्गा पूजा मनाएंगे सिंगुर निवासी
सौधृति भबानी
सिंगुर, 11 सितम्बर (आईएएनएस)। पश्चिम बंगाल में सिंगुर निवासी आठ वर्षीय मिलन सामंता ने सोचा भी नहीं होगा कि वह दुर्गा पूजा मना सकेगा, लेकिन प्रमुख विपक्षी पार्टी तृणमूल कांग्रेस और सत्ताधारी वाम मोर्चे के बीच समझौते की वजह से इस वर्ष वह इस त्यौहार के लिए उत्साहित है।
टाटा मोटर्स की महत्वाकांक्षी एक लाख रुपये कीमत वाली 'नैनो' कार के उत्पादन संयंत्र के लिए राज्य सरकार द्वारा अधिगृहीत जमीन से संबंधित विवाद के कारण इस इलाके में तनाव व्याप्त था। इस वजह से सिंगुर में पिछले दो साल से यह त्यौहार नहीं मनाया जा सका था।
कोलकाता से लगभग 40 किलोमीटर दूर सिंगुर में नैनो परियोजना के लिए सरकार ने कुल 997.11 एकड़ जमीन का अधिग्रहण किया था। लेकिन तृणमूल कांग्रेस और किसानों के संगठन कृषि जमीं जिबिका रक्षा कमेटी (केजेजेआरसी) का कहना है कि इसमें से 400 एकड़ जमीन किसानों से उनकी मर्जी के खिलाफ ली गई है, लिहाजा यह जमीन उन्हें लौटा दी जानी चाहिए।
तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष ममता बनर्जी इस मांग को लेकर पिछले महीने की 24 तारीख को अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गई थीं। प्रदर्शनकारियों द्वारा कथित रूप से संयंत्र के कर्मचारियों को डराए-धमकाए जाने की वजह से टाटा मोटर्स ने 28 अगस्त को संयंत्र में कामकाज बंद कर दिया था। लेकिन दोनों पक्षों के बीच रविवार को हुए समझौते के बाद इस विवाद के सुलझने की उम्मीद बढ़ी है।
जाहिर है राज्य के इस सबसे बड़े त्यौहार को लेकर मिलन भी काफी उत्साहित है। ठीक उसी तरह जैसे पड़ोसी जिले हुगली में रहने वाले उसके मित्रों के मन में भी दुर्गा पूजा को लेकर उमंग है।
मिलन ने आईएएनएस से कहा, "मैं बहुत खुश हूं। इस वर्ष फिर हम अपने इलाके में दुर्गा पूजा मनाएंगे। टाटा मोटर्स के लिए अधिगृहीत जमीन विवाद के कारण पिछले दो वर्षो से हम दुर्गा पूजा नहीं मना पाए थे।"
लेकिन मिलन की तरह सभी खुश नहीं हैं। निर्माणाधनी नैनो संयंत्र में काम बंद होने की वजह से जिन लोगों का रोजगार छिन गया है, उनके लिए यह कोई खास उत्साह का मौका नहीं है।
नैनो संयंत्र के एक कर्मचारी ने कहा, " 28 अगस्त से काम बंद होने की वजह से पिछले महीने का वेतन हमें नहीं मिला। फैक्ट्री अभी भी बंद है। मैं नहीं जानता कि इस वर्ष दुर्गा पूजा कैसे मना पाउंगा।"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।