गरीबी का खात्मा शिक्षा से ही संभव : सिन्हो
भोपाल, 10 सितंबर (आईएएनएस)। गरीबी का मुकाबला शिक्षा के जरिए ही किया जा सकता है। जिन वर्गो को सरकार आरक्षण उपलब्ध करा रखी है उसके अलावा आर्थिक रूप से पिछड़े सामान्य वर्ग के विकास में शिक्षा ही महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है और उनकी निर्धनता को खत्म कर सकती है। यह निष्र्कष है राष्ट्रीय आर्थिक पिछड़ा वर्ग आयोग का।
भोपाल, 10 सितंबर (आईएएनएस)। गरीबी का मुकाबला शिक्षा के जरिए ही किया जा सकता है। जिन वर्गो को सरकार आरक्षण उपलब्ध करा रखी है उसके अलावा आर्थिक रूप से पिछड़े सामान्य वर्ग के विकास में शिक्षा ही महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है और उनकी निर्धनता को खत्म कर सकती है। यह निष्र्कष है राष्ट्रीय आर्थिक पिछड़ा वर्ग आयोग का।
देश के 14 राज्यों का भ्रमण करने के बाद भोपाल पहुंचे आयोग के अध्यक्ष मेजर जनरल एस. आर. सिन्हो का मानना है कि गरीबी का न तो काई धर्म होता है और न ही कोई जाति होती है। इस वर्ग का उत्थान करना ही केन्द्र सरकार का मकसद है और इसी को ध्यान में रखकर यह आयोग गठित किया गया है। संवाददाता सम्मेलन में उन्होंने स्पष्ट किया कि यह आयोग उस वर्ग की समस्याओं को चिन्हित करने के लिए गठित किया गया है जो आरक्षण के लाभ से वंचित है।
सिन्हो ने बताया कि सर्वोच्च न्यायालय ने 50 प्रतिशत से अधिक आरक्षण देने पर रोक लगा रखी है, अगर सरकार इसे बढ़ाना चाहती है तो उसे कानून में संशोधन करना होगा। वे स्पष्ट करते हैं कि यह आयोग वर्तमान में आरक्षण व्यवस्था में किसी तरह के बदलाव के लिए नहीं है। उनकी ओर से आरक्षण का जो प्रस्ताव तैयार किया जाएगा वह वर्तमान स्थिति के अतिरिक्त होगा।
राष्ट्रीय आर्थिक पिछड़ा वर्ग आयोग के गठन के उद्देश्यों के सवाल पर उन्होंने कहा कि आयोग का मकसद आर्थिक रूप से पिछड़े वर्ग को चिन्हित करते हुए ऐसे मापदंड तय करना है जो उन्हें निर्धनता की श्रेणी से अलग कर सकें। इसके लिए आयोग देश के 14 राज्यों का भ्रमण करने के दौरान वहां की सरकारों और समाज सेवी संस्थाओं से सुझाव ले चुका है। इस दल में अध्यक्ष के अलावा सदस्य नरेन्द्र कुमार तथा सदस्य सचिव महेन्द्र सिंह शामिल हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।