यूरेनियम न देने से भारत के साथ संबंधों पर असर नहीं : आस्ट्रेलिया (लीड-1)
हैदराबाद, 10 सितम्बर (आईएएनएस)। आस्ट्रेलिया के विदेश मंत्री स्टीफेन स्मिथ ने कहा है कि उनके देश का भारत जैसे देशों को यूरेनियम नहीं देने के फैसले का दोनों देशों के बीच संबंधों पर असर नहीं पड़ेगा।
यहां एक संवाददाता सम्मेलन में बुधवार को स्मिथ ने कहा, "परमाणु अप्रसार संधि (एनपीटी) पर हस्ताक्षर नहीं करने वाले देशों को यूरेनियम नहीं बेचने का उनके देश का फैसला भारत के साथ संबंधों में बाधक नहीं होगा।"
उन्होंने कहा, "यूरेनियम केवल का वस्तु है, एक छोटा हिस्सा है लेकिन भारत और आस्ट्रेलिया के बीच संबंधों का दायरा काफी व्यापक है।"
आस्ट्रेलियाई मंत्री यहां मुख्यमंत्री वाई. एस. राजशेखर रेड्डी से मिलने और कुछ सूचना प्रौद्योगिकी कंपनियों का भ्रमण करने के बाद पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि आस्ट्रेलिया ने एनपीटी पर भारत के रुख का सम्मान किया है यद्यपि नई दिल्ली एनटीपी पर दस्तखत नहीं करने वाले देशों को यूरेनियम नहीं बेचने की आस्ट्रेलियाई नीति को भी समझता है।
एक सप्ताह के दौरे पर भारत आए स्मिथ नई दिल्ली में विदेश मंत्री प्रणब मुखर्जी से गुरुवार को मुलाकात करेंगे।
परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह (एनएसजी) के सदस्य आस्ट्रेलिया के पास विश्व यूरेनियम भंडार का 40 फीसदी हिस्सा है।
उन्होंने कहा कि एनएसजी में मिली छूट भारत के एक शक्ति के रूप में उभरने को दर्शाता है। एनएसजी और अंतर्राष्ट्रीय परमाणु निगरानी एजेंसी (आईएईए) में लिए गए फैसले का आस्ट्रेलिया ने स्वागत किया है।
उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच आर्थिक अदान-प्रदान और संबंध काफी महत्वपूर्ण है और वे इसे और मजबूत करना चाहते हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।