8 लाख आदिवासी बच्चों को मुफ्त शिक्षा दे रहा एकल विद्यालय
नई दिल्ली, 10 सितम्बर (आईएएनएस)। देश के 27 हजार गांवों के 8 लाख वनवासी बच्चों को एकल विद्यालय फाउंडेशन मुफ्त शिक्षा उपलब्ध करा रहा है। मात्र 16 हजार रुपये सालाना खर्च वाले ऐसे विद्यालय को इस साल 4,000 नए गांवों तक पहुंचाने की कोशिश की जाएगी।
एकल विद्यालय फाउंडेशन प्रमुख एस्सेल समूह और जी नेटवर्क के अध्यक्ष सुभाष चंद्रा के अनुसार इस फाउंडेशन का लक्ष्य वर्ष 2011 तक भारत के आदिवासी क्षेत्रों से अशिक्षा को समूल नष्ट करना है। विगत कई वर्षो से देश के उपेक्षित और आदिवासी बहुल सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में एकल विद्यालय (एक शिक्षक वाले स्कूल) संचालित किए जा रहे हैं। ग्रामीण भारत के उत्थान में शिक्षा के महत्व को समझने वाले हजारों संगठन इसमें सहयोग दे रहे हैं।
एकल विद्यालय की स्थापना, पाठ्यक्रम का चयन, स्कूल का समय और शिक्षक के चयन तक में स्थानीय लोगों की भागीदारी होती है। बच्चों में शिक्षा के प्रति रूचि पैदा करने के लिए फाउंडेशन स्थानीय भाषा में ही शिक्षण सुविधा उपलब्ध कराता है। स्थानीय समुदाय में से ही शिक्षक का चयन किया जाता है, ताकि बच्चों की भाषा, संस्कृति और परंपरा का उन्हें ज्ञान हो।
पाठ्यक्रम में बच्चों को बुनियादी शिक्षा और जीने के तौर-तरीकों के बारे में भी बताया जाता है, ताकि उनमें आत्मविश्वास की भावना पैदा हो और ग्रामीण जीवनस्तर से ऊपर उठकर वे उच्च शिक्षा हासिल करने की दिशा में कदम बढ़ा सकें।
यहां बुनियादी शिक्षा ही नहीं दी जाती बल्कि समाज के उपेक्षित वर्गो को स्वास्थ्य, विकास और स्वरोजगार संबंधी शिक्षा भी दी जाती है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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