तैरने वाला परमाणु रिएक्टर बनाएग रूस
मास्को, 7 सितम्बर (आईएएनएस)। अगले दो वर्षो में रूस तैरते हुए परमाणु रिएक्टर (फ्लोटिंग न्यूक्लियर पावर प्लांट 'एफएनपीपी') को समुद्र में उतारने की तैयारी कर रहा है।
उम्मीद है कि 2010 तक तैरते हुए परमाणु रिएक्टर 'एफएनपीपी' बनकर तैयार हो जाएंगे।
एफएनपीपी को किसी भी जहाज से जोड़कर एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाया जा सकेगा। यह एक छोटे द्वीप के समान दिखेगा जिसका आकार 7.4 से 12.4 एकड़ के बीच होगा। यह परमाणु ऊर्जा से चलने वाले जहाज पर धरती पर स्थापित परमाणु रिएक्टर के समान होगा।
इससे रेडियोएक्टिव विकिरण फैलने की आशंका के बारे में रूस की संघीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी के सेर्गइ किरिनेंको ने कहा कि तैरते हुए परमाणु संयंत्र में कई स्तरों पर सुरक्षा प्रबंध किए गए हैं। यह धरती पर बनाए गए परमाणु रिएक्टर से अधिक सुरक्षित है।
इस परमाणु संयंत्र में प्रयोग की जा रही प्रौद्योगिकी की विश्वसनीयता बेरेंट्स सागर में वर्ष 2000 में कुस्र्क पनडुब्बी की डूबने की घटना के दौरान परखी जा चुकी है। पनडुब्बी के डूबने के समय इसका परमाणु संयंत्र स्वचालित तरीके से स्वत: बंद हो गया और फिर बाहर निकाले के जाने के बाद यह पूरी तरह ठीक हालत में था।
इस तैरते परमाणु रिएक्टर पर 140 व्यक्ति चार महीने की पाली में काम करेंगे। यह परमाणु रिएक्टर जमीन पर स्थापित रिएक्टर की तुलना में 15 गुना कम शक्तिशाली होगा। इसके बावजूद यह 100,000 की आबादी वाले शहर की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने में सक्षम होगा।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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