उत्तर प्रदेश में लड़कियों के बीच लोकप्रिय हुई मुक्केबाजी
लखनऊ, 7 सितम्बर (आईएएनएस)। बीजिंग ओलंपिक में हरियाणा के मुक्केबाज विजेंदर कुमार की ऐतिहासिक सफलता ने उत्तर प्रदेश में खेलों का परिदृश्य पूरी तरह बदलकर रख दिया है। लड़के तो लड़के अब लड़कियां भी विजेंदर की राह पर चलते हुए मुक्केबाजी रिंग में उतरने लगी हैं।
लखनऊ, 7 सितम्बर (आईएएनएस)। बीजिंग ओलंपिक में हरियाणा के मुक्केबाज विजेंदर कुमार की ऐतिहासिक सफलता ने उत्तर प्रदेश में खेलों का परिदृश्य पूरी तरह बदलकर रख दिया है। लड़के तो लड़के अब लड़कियां भी विजेंदर की राह पर चलते हुए मुक्केबाजी रिंग में उतरने लगी हैं।
इस बात का सबूत है राज्य मुक्केबाजी प्रशिक्षण कार्यक्रम केंद्र जहां इस वर्ष अब तक 50 से अधिक खिलाड़ी पंजीकरण करा चुके हैं, जबकि पिछले वर्ष यहां प्रशिक्षण पाने वाले मुक्केबाजों की संख्या पांच या छह थी।
सूत्रों का कहना है कि प्रशिक्षण के लिए आने वाले मुक्केबाजों की संख्या बढ़ती ही जा रही है। के.डी. सिंह बाबू स्टेडियम स्थित मुक्केबाजी प्रशिक्षण केंद्र के कोच अभिषेक कुमार ने कहा, "यह शानदार है। विजेंदर की जीत ने पूरा परिदृश्य बदल दिया है।"
अभिषेक के मुताबिक पिछले पंद्रह वर्षो में इस केंद्र ने जितनी तरक्की नहीं देखी होगी, उससे कहीं अधिक पिछले कुछ दिनों में देखी गई है।
अभिषेक ने कहा, "मजे की बात यह है कि काफी संख्या में लड़कियों ने भी मुक्केबाजी की ओर रुख किया है। दस लड़कियां प्रशिक्षण कार्यक्रम के लिए संपर्क साध चुकी हैं, चिकित्सकीय परीक्षण के बाद उन्हें पंजीकृत कर लिया जाएगा।"
अधिकारियों का कहना है कि मिजोरम, केरल, सिक्किम और नागालैंड को छोड़कर किसी अन्य राज्य में महिलाएं मुक्केबाजी में हिस्सा नहीं लेती थीं, लेकिन विजेंदर की सफलता ने इस खेल के लिए नए रास्ते खोल दिए हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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