उड़ीसा में निषेधाज्ञा के बावजूद रैलियों में उमड़ा जनसैलाब (लीड-1)
भुवनेश्वर, 6 सितम्बर (आईएएनएस)। निषेधाज्ञा के बावजूद विश्व हिंदू परिषद (विहिप) की केंद्रीय समिति के सदस्य स्वामी लक्ष्मणानंद की हत्या के शोक में शनिवार को आयोजित कार्यक्रम में सैकड़ों लोगों ने शिरकत किया और उन्हें श्रद्धांजलि दी।
भुवनेश्वर, 6 सितम्बर (आईएएनएस)। निषेधाज्ञा के बावजूद विश्व हिंदू परिषद (विहिप) की केंद्रीय समिति के सदस्य स्वामी लक्ष्मणानंद की हत्या के शोक में शनिवार को आयोजित कार्यक्रम में सैकड़ों लोगों ने शिरकत किया और उन्हें श्रद्धांजलि दी।
स्थिति बिगड़ने की आशंका के मद्देनजर पुलिस ने निषेधाज्ञा में छूट दी। हालांकि विभिन्न स्थानों से कम से कम 50 लोगों को गिरफ्तार किया गया।
पुलिस उपायुक्त हिमांशु लाल ने आईएएनएस को बताया, "हमने कुछ लोगों को हिरासत में लिया, लेकिन बाद में जुलूस में हिस्सा लेने के लिए उन्हें छोड़ दिया गया। इस दौरान हिंसा की कोई घटना नहीं हुई और जुलूस शांतिपूर्ण तरीके से पार हुआ।"
उल्लेखनीय है कि स्वामी लक्ष्मणानंद सरस्वती की हत्या के शोक में विहिप और बजरंग दल द्वारा रैलियां निकालने की घोषणा किए जाने के मद्देनजर शहर के पांच इलाकों में शुक्रवार रात से ही भारतीय दंड संहिता की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी गई थी।
उड़ीसा सरकार ने गुरुवार को अदालत को आश्वासन दिया था कि सरकार ऐसे किसी जुलूस की इजाजत नहीं देगी। जबकि बजरंग दल के नेता सुभाष चौहान ने कहा था कि लोगों को अपने धार्मिक नेता के लिए शोक मनाने का हक है।
स्वामी लक्ष्मणानंद और चार अन्य लोगों की राज्य के कंधमाल जिले में गत 23 अगस्त को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
उसके बाद से राज्य में सांप्रदायिक हिंसा का दौर शुरू हो गया। हिंसक घटनाओं में अब तक 16 लोग मारे जा चुके हैं और हजारों बेघर हो गए हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।