जरदारी जीत सकते हैं राष्ट्रपति पद का चुनाव
इस्लामाबाद, 5 सितम्बर (आईएएनएस)। पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के सह अध्यक्ष आसिफ अली जरदारी शनिवार को होने वाले राष्ट्रपति पद के चुनाव में कई छोटी पार्टियों के समर्थन से विजय हासिल करने के काफी करीब हैं।
इस्लामाबाद, 5 सितम्बर (आईएएनएस)। पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के सह अध्यक्ष आसिफ अली जरदारी शनिवार को होने वाले राष्ट्रपति पद के चुनाव में कई छोटी पार्टियों के समर्थन से विजय हासिल करने के काफी करीब हैं।
यह राय राजनीतिक विश्लेषकों ने शुक्रवार को व्यक्त की। कुल 702 मतों में से पीपीपी और उसके सहयोगियों के कुल 349 मत हैं लेकिन वे 500 से अधिक मत हासिल करने की आस लगाए हैं।
पीपीपी नेता और रक्षामंत्री अहमद मुख्तार ने आईएएनएस से कहा,"मुझे विश्वास है कि जरदारी को 500 से अधिक वोट मिलेंगे।"
राष्ट्रपति के चुनाव में पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के सईद-उज- जमां सिद्दीकी और पीएमएल-कायद (पीएमएल-क्यू) के पत्रकार से राजनीतिज्ञ बने मुशाहिद हुसैन भी उम्मीदवार हैं।
राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार पीएमएल-एन चूंकि इस समय खुद अकेले तो जरदारी के सामने गंभीर चुनौती पेश करने में सक्षम नहीं है, इसलिए वह अन्य दलों को प्रभावित करने की कोशिश कर रही है।
पीएमएल-एन नेता जावेद हाशमी का कहना है कि यह केवल आंकड़ों को खेल नहीं है बल्कि इसके माध्यम से हम जरदारी की उम्मीदवारी के खिलाफ अपना विरोध दर्शाना चाहते हैं।
पीपीपी नेता और सूचना मंत्री शेरी रहमान ने कहा कि वे विजय के लिए आवश्यक मत हासिल करने के लिए आश्वस्त हैं।
पाकिस्तान में संसद के दोनों सदनों सीनेट और नेशनल असेंबली तथा चारों प्रातों की विधानसभाओं के सदस्यों से मिलकर राष्ट्रपति निर्वाचक मंडल का गठन होता है। सीनेट में 100 और नेशनल असेंबली में 342 सदस्य हैं। प्रत्येक प्रांतीय असेंबली के मतों की संख्या 65 निर्धारित है। यह सबसे कम सदस्यों वाली बलूचिस्तान विधानसभा की सदस्य संख्या के बराबर है।
नियमों के हिसाब से अन्य तीन प्रांतीय असेंबलियों के सदस्यों का मत 65 के बराबर ही माना जाएगा। सबसे अधिक सदस्यों वाली पंजाब विधानसभा के 6.5 सदस्यों का मत एक इलेक्टोरल वोट के बराबर होता है। सिंध विधानसभा के 2.58 सदस्यों और पश्चिमोत्तर सीमांत प्रांत विधानसभा के 1.9 सदस्यों का मत एक इलेक्टोरल वोट के बराबर माना जाता है।
केवल बलूचिस्तान विधानसभा के ही एक सदस्य का वोट एक इलेक्टोरल वोट के बराबर माना जाता है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।