प्रधानमंत्री के वैज्ञानिक सलाहकार ने नए आईआईटी को 'विनाशकारी' कहा
नई दिल्ली, 5 सितम्बर (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की आठ नए भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) खोलने की पहल की उनके ही वैज्ञानिक सलाहकार सी.एन.आर.राव ने आलोचना करते हुए कहा है कि इतने अधिक नए आईआईटी संस्थान खोलना 'विनाशकारी' साबित होगा।
फेडरेशन आफ इंडियन चैम्बर्स आफ कामर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) के शुक्रवार को एक आयोजन के बाद राव ने पत्रकारों से कहा, "एक ही वर्ष में कई आईआईटी खोलना विनाशकारी है। मुझे इसका अंदाजा नहीं था देश में इतने अधिक आईआईटी एक साथ आएंगे।"
गौरतलब है कि इस वर्ष देश में छह नए आईआईटी जो उड़ीसा, बिहार, राजस्थान,पंजाब और आंध्र प्रदेश में स्थापित किए गए हैं, इस शैक्षणिक सत्र से कार्य करना आरंभ कर चुके हैं। इनको मिलाकर अब देश में कुल 13 आईआईटी संस्थान हो गए हैं।
प्रख्यात वैज्ञानिक राव ने कहा कि केवल नए आईआईटी खोलना ही पर्याप्त नहीं हैं। इसके लिए उचित योजना की आवश्यकता है। उनके लिए परिसर का निर्माण और पुराने आईआईटी संस्थानों में कुछ कक्षाएं आयोजित की जाना जरूरी है।
कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय के विजिटिंग प्रोफेसर राव ने कहा कि उन्हें इसके बारे में तब पता चला जब दाखिले हो चुके थे। यह दुखद है और मैंने इसके बारे में प्रधानमंत्री और मानव संसाधन विकास मंत्री (अर्जुन सिंह) को बता दिया है। उन्होंने कहा कि वे इस घटनाक्रम से असंतुष्ट हैं।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह देश में तकनीकी शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए आठ नए आईआईटी संस्थानों के निर्माण के बारे में पहले ही घोषणा कर चुके हैं। इसमें इस सत्र से कार्य करना आरंभ चुके छह नए आईआईटी संस्थान भी शामिल हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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