मप्र में महिलाओं के लिए बनेंगे आश्रय गृह
भोपाल, 4 सितम्बर (आईएएनएस)। मध्यप्रदेश में घरेलू हिंसा की शिकार महिलाओं को सहारा देने के इरादे से सभी जिलों में आश्रय गृह स्थापित किए जाएंगे। शुरुआती दौर में चार नारी निकेतन और आठ स्वाधार योजना के आश्रय गृहों में इन पीड़ित महिलाओं को आश्रय मिलेगा। इस बाबत महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा आदेश जारी कर दिए गए हैं।
प्रदेश में घरेलू हिंसा रोकने के लिए ऊषा किरण योजना अमल में लाई गई है। इसके क्रियान्वयन के प्रयास भी हो रहे हैं। इसी श्रंखला में सतना, जबलपुर, उज्जैन और ग्वालियर जिले में पूर्व से चल रहे नारी निकेतन में अब घरेलू हिंसा की शिकार महिलाओं को भी आश्रय दिया जाएगा।
अभी तक नारी निकेतन में निराश्रित, विधवा, परित्यक्ता आदि महिलाओं को ही आश्रय दिया जाता था। इसके अतिरिक्त उज्जैन, सीधी, टीकमगढ़, भोपाल सहित आठ जिलों में स्वाधार योजना के अंतर्गत संचालित आश्रय गृहों में भी इन पीड़ित महिलाओं को आश्रय मिलेगा।
विभाग ने निर्णय लिया है कि इन 12 जिलों को छोड़कर शेष जिलों में भी आश्रय गृह बनाए जाएंगे और उन संस्थाओं से भी सहयोग लेगा, जिनके पास आश्रय गृह की व्यवस्था है। इसके लिए उन्हें प्रतिप्रकरण अस्थाई आश्रय देने के लिए 1200 रुपये प्रतिमाह प्रदान किए जाएंगे।
पीड़ित महिला को साबुन, तेल, मंजन आदि के लिए सौ रुपये प्रतिमाह उपलब्ध कराए जाएंगे। साथ ही आश्रय गृह तक पहुंचने वाली घरेलू हिंसा की शिकार महिलाओं के पुर्नवास के भी प्रयास किए जाएंगे।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।